रायगढ़: हाल ही में नियुक्त हुई महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा सिंह (Barkha singh Appointed Mahila Congress President) को पद दिए जाने पर रायगढ़ महिला कांग्रेस (Raigarh Mahila Congress) आक्रोश का माहौल है. गुस्से में दर्जनों महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने इस्तीफे की धमकी दे डाली (Women Congress workers threatened to resign) है.
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बरखा सिंह को अध्यक्ष बनाए जाने से नाराज
मीडिया से बातचीत के दौरान महिला कांग्रेस सदस्यों ने कहा कि 15 साल से विपक्ष की राजनीति करते आ रहे हैं उस दौरान धरना प्रदर्शन से लेकर सभी कांग्रेस द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में हमने हिस्सा भी लिया. यहां तक कि हम जेल भी गए. फिर भी कांग्रेस के बड़े नेता हमें अनदेखी कर बरखा सिंह को अध्यक्ष बनाए हैं, ये हमें मंजूर नहीं. स्थानीय विधायक और जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अनिल शुक्ला को हम इस्तीफा देने गए थे, लेकिन उन्होंने हमारा इस्तीफा स्वीकार नहीं किया.
हाथों में इस्तीफा ले लगा रहीं है कार्यालय के चक्कर
बीते दो दिन से नाराज महिला कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता हाथों में इस्तीफा लेकर जिला कांग्रेस कार्यालय और स्थानीय विधायक के चक्कर लगा रही हैं, लेकिन इनकी पीड़ा सुनना तो दूर उनके इस्तीफे को लेने वाला कोई नहीं है. ब्लॉक अध्यक्ष महिला कांग्रेस अरुणा चौहान व पार्षद संजना शर्मा के नेतृत्व में 2 दर्जन से अधिक की संख्या में महिला कांग्रेसी सामुहिक इस्तीफा देने अपने नेताओं के पास घूम रही हैं.
संगठन नाराज महिला कांग्रेसियों को समझाने का कर रहा प्रयास
बताया जा रहा है कि जिला महिला कांग्रेस पद के लिए बरखा सिंह का चयन प्रदेश स्तर से चरण दास महंत द्वारा किए जाने की बात कहकर जिला कांग्रेस कमेटी और स्थानीय नेता पल्ला झाड़ मामले में रूचि नहीं ले रहे. इधर, संगठन द्वारा नाराज महिला कांग्रेसियों को मनाने का हर प्रयास किया जा रहा है. लेकिन नाराज महिला कांग्रेस मामले में शांत नहीं बैठ रायपुर तक पदाधिकारियों से मुलाकात कर वर्षों से कांग्रेस समर्पित को अध्यक्ष का दायित्व देने की जिद्द पर अड़े हुई हैं.
नये अध्यक्ष की नियुक्ति से टूटा कार्यकर्ताओं का मनोबल
साथ ही महिला कांग्रेस ने इस बारे में बताया कि स्थानीय स्तर और जिला कमेटी से बिना सलाह मशविरा पुराने कार्यकर्ताओं को पद में स्थान न देकर नए लोगों को स्थान दिया जा रहा, जिससे वर्षों से पार्टी का झंडा लेकर हर मोर्चे में खड़ी रहने वाली महिलाओं का मनोबल टूटा है. यही कारण है कि सभी महिलाओं ने सामूहिक रूप से कांग्रेस पार्टी व जिला महिला कांग्रेस के पदों से इस्तीफा देने निर्णय लिया. वहीं इस पूरे मामले में शहर अध्यक्ष अनिल शुक्ला ने कहा कि नाराज महिला कांग्रेस पदाधिकारियों का इस्तीफा नामंजूर कर उन्हें समझा-बुझाकर वापस भेज दिया गया है.