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रायगढ़ किडनी कांड पर होगी कार्रवाई, जांच के लिए पहुंची संयुक्त टीम

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Published : Nov 1, 2019, 8:23 PM IST

Updated : Nov 1, 2019, 8:56 PM IST

रायगढ़ में हुए किडनी कांड में बिलासपुर से जांच टीम पहुंची है, जो दोनों पक्षों से बयान दर्ज दस्तावेजों की जांच कर रही है.

रायगढ़ किडनी कांड पर होगी कार्रवाई

रायगढ़: खरसिया स्थित वनांचल केयर अस्पताल में एक महिला मरीज की किडनी निकालने के मामले मे स्वास्थ्य विभाग ने नए सिरे से जांच शुरू की है. स्वास्थ्य विभाग की सयुंक्त टीम मामले की जांच के लिए रायगढ़ पहुंची है, जो सभी पक्षों का बयान दर्ज कर दस्तावेजों की जांच कर रही है.

रायगढ़ किडनी कांड पर होगी कार्रवाई

पढ़ें : दुर्घटना: तेज रफ्तार बस अनियंत्रित होकर पलटी, यात्री घायल

दरअसल, जांजगीर चांपा के शक्ति थाना क्षेत्र निवासी महिला को 26 मई को पथरी के ऑपरेशन के लिए खरसिया के वनांचल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद परिजन को शक हुआ कि डॉक्टरों ने किडनी निकाल ली है, जिसके बाद परिजन और डॉक्टरों के बीच जमकर विवाद हुआ.

पढ़ें : रायगढ़ः अवैध सूदखोरी और मानसिक प्रताड़ना देने के आरोप में शिकायत दर्ज

स्वास्थ्य विभाग से जांच की मांग
किडनी कांड की शिकायत करने के बावजूद किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने पर परिजन ने उच्च स्तर पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले को नए सिरे से जांच शुरू की है, जिसके लिए बिलासपुर संभाग से संयुक्त संचालक एवं जांच अधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने रायगढ़ में परिजन और संबंधित डॉक्टरों से बयान दर्ज कराया और सभी दस्तावेजों की जांच की.

इंफेक्शन होने के कारण निकाला किडनी: आरोपी
मामले में आरोपी डॉक्टर का कहना है कि 'महिला की स्थिति ठीक नहीं थी और किडनी में इंफेक्शन हो गया था, अगर उस वक्त जान बचाने के लिए महिला की किडनी नहीं निकाला जाती, तो शायद वहां मौके पर ही दम तोड़ देती'.

रायगढ़: खरसिया स्थित वनांचल केयर अस्पताल में एक महिला मरीज की किडनी निकालने के मामले मे स्वास्थ्य विभाग ने नए सिरे से जांच शुरू की है. स्वास्थ्य विभाग की सयुंक्त टीम मामले की जांच के लिए रायगढ़ पहुंची है, जो सभी पक्षों का बयान दर्ज कर दस्तावेजों की जांच कर रही है.

रायगढ़ किडनी कांड पर होगी कार्रवाई

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दरअसल, जांजगीर चांपा के शक्ति थाना क्षेत्र निवासी महिला को 26 मई को पथरी के ऑपरेशन के लिए खरसिया के वनांचल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जिसका ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद परिजन को शक हुआ कि डॉक्टरों ने किडनी निकाल ली है, जिसके बाद परिजन और डॉक्टरों के बीच जमकर विवाद हुआ.

पढ़ें : रायगढ़ः अवैध सूदखोरी और मानसिक प्रताड़ना देने के आरोप में शिकायत दर्ज

स्वास्थ्य विभाग से जांच की मांग
किडनी कांड की शिकायत करने के बावजूद किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होने पर परिजन ने उच्च स्तर पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने मामले को नए सिरे से जांच शुरू की है, जिसके लिए बिलासपुर संभाग से संयुक्त संचालक एवं जांच अधिकारी डॉ. मधुलिका सिंह ठाकुर ने रायगढ़ में परिजन और संबंधित डॉक्टरों से बयान दर्ज कराया और सभी दस्तावेजों की जांच की.

इंफेक्शन होने के कारण निकाला किडनी: आरोपी
मामले में आरोपी डॉक्टर का कहना है कि 'महिला की स्थिति ठीक नहीं थी और किडनी में इंफेक्शन हो गया था, अगर उस वक्त जान बचाने के लिए महिला की किडनी नहीं निकाला जाती, तो शायद वहां मौके पर ही दम तोड़ देती'.

Intro:रायगढ़ जिले के खरसिया स्थित वनांचल केयर अस्पताल में एक महिला मरीज़ के किडनी निकालने के मामले मे स्वास्थ्य विभाग ने नए सिरे से जांच शुरू की है। स्वास्थ्य विभाग की सयुंक्त संचालक इस मामले की जांच करने रायगढ़ पहोंची। सभी पक्षों का बयान दर्ज कर दस्तावेजों की जांच कर रहे हैं।

byte01 ऐश्वर्य प्रसाद पटेल, पीड़िता का बेटा। टोपी पहने
byte02 संजय अग्रवाल, वनांचल हॉस्पिटल डॉक्टर
byte03 डॉ मधुलिका सिंह, ज्वाइंट डायरेक्टर


Body:दरअसल जांजगीर चाम्पा के शक्ति थाना क्षेत्र निवासी महिला को 26 मई को पथरी के ऑपरेशन के लिए खरसिया के वनांचल अस्पताल में भर्ती कराया गया था जिसका ऑपरेशन किया गया। ऑपरेशन के बाद परिजनों को शक हुआ कि डॉक्टरों ने किडनी निकाल ली है और डॉक्टर से किडनी दिखाने की बात कहें। परिजन और डॉक्टरों के बीच जमकर हंगामा हुआ और मामला खरसिया पुलिस में पहुंचा। इस किडनी कांड में शिकायत करने के बावजूद किसी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं होने पर परिजनों ने उच्च स्तर पर शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद पीड़ित महिला के बेटे ईश्वर प्रसाद की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग ने इस मामले को नए सिरे से जांच शुरू की है जिसके लिए बिलासपुर संभाग से संयुक्त संचालक एवं जांच अधिकारी डॉ मधुलिका सिंह ठाकुर रायगढ़ पहुंचकर परिजन एवं संबंधित डॉक्टरों से बयान दर्ज कराया है और सभी दस्तावेजों की जांच की।
मामले में आरोपी डॉक्टर का कहना है कि महिला की स्थिति ठीक नहीं थी और किडनी में इंफेक्शन हो गया था अगर उस वक्त जान बचाने के लिए महिला की किडनी नहीं निकाला जाता तब शायद वहां मौके पर ही दम तोड़ देती




Conclusion:
Last Updated : Nov 1, 2019, 8:56 PM IST
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