नारायणपुर: नक्सली हमले में शहीद हुए DRG के 2 जवानों को नारायणपुर में अंतिम विदाई दी गई है. शहीदों के शोक में व्यापारियों ने आज अपने प्रतिष्ठान को बंद रखा है. जवानों की शहादत की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर थी. जब दोनों जवानों का शव गांव पहुंचा तो लोगों की आंखे भर आई. दुखी परिवार को संबल देने बड़ी संख्या में लोग पहुंचे थे.
नारायणपुर नक्सली हमले के शहीदों को नम आंखों से दी गई अंतिम विदाई
शहीद जवान जयलाल उइके 15 दिसंबर 2008 में फोर्स में भर्ती हुए थे. 1 दिसंबर 2016 को उन्होंने प्रधान आरक्षक के रूप सेवा शुरू की थी. जयलाल उइके नारायणपुर जिले के ग्राम कसावाही के रहने वाले थे. मंगलवार को नक्सली हमले में शहीद हुए हैं. जवान जयलाल के पार्थिव शरीर जैसे ही गांव पहुंचा सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण पहुंचकर अंतिम दर्शन के लिए उमड़ पड़े.
शहीद जवान विजय पटेल सहायक आरक्षक पद पर सेवा दे रहे थे. नारायणपुर के कुम्हारपारा के रहने वाले थे. शहीद विजय पटेल की नारायणपुर में शव यात्रा निकाली गई. अंतिम दर्शन करने शहरवासी उमड़ पड़े.
अन्य शहीदों को दी गई श्रद्धांजली
- नारायणपुर नक्सली हमले में शहीद सभी 5 जवानों को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके गृह क्षेत्रों में अंतिम संस्कार किया गया. कांकेर के चांवण में शहीद सेवक सलाम को उनकी 1 साल की बेटी ने मुखाग्नि दी. इस दौरान सभी की आंखें नम हो गईं. इधर, कांकेर के ही पोटगांव में शहीद करन देहारी को सैनिक सम्मान के साथ विदाई दी गई.
- शहीद करण की अगले महीने शादी होने वाली थी. वहीं कोंडागांव जिले भर्रीपारा में शहीद पवन मंडावी को उनके गृहग्राम में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. इधर नारायणपुर नक्सली हमले में नारायणपुर जिले के भी दो जवान शहीद हुए.
- शहीद जवान जयलाल उइके को उनके गृहग्राम कसावाही में सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया. वगीं कुम्हारपारा के रहने वाले शहीद जवान विजय पटेल को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया.