ETV Bharat / state

पढ़ें : पूरी फिल्मी है बस में आगजनी करने वाले पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों की ये कहानी - यात्रियों से लूटपाट

पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली माधव कुलदीप, हिरदुराम कुमेटी और डोलेन्द्र बघेल के पास से 40 हजार नकद, मोटरसाइकिल और 18 नग मोबाइल जब्त किया गया है.

पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
author img

By

Published : Aug 16, 2019, 2:12 PM IST

Updated : Aug 16, 2019, 2:36 PM IST

नारायणपुर : नक्सली के नाम पर 12 अगस्त की रात नारायणपुर-कोंडागांव मार्ग में बस में आगजनी और यात्रियों से लूटपाट करने वाले पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली माधव कुलदीप, हिरदुराम कुमेटी और डोलेन्द्र बघेल के पास से 40 हजार नकद, मोटरसाइकिल और 18 नग मोबाइल जब्त किया गया है. पूर्व में आत्मसमर्पित इन नक्सलियों की खराब आदतें नहीं बदली और आम लोगों को दोबारा नक्सलियों से भी ज्यादा घिनौनी हरकत कर परेशान करते थे. पुलिस ने आरोपियों को बड़ी मुश्किल से धर दबोचा.

ये था मामला
12 अगस्त की रात करीब 8:20 बजे नारायणपुर-कोंडागांव के बीच गंगामुंडा कोकोड़ी के पास नकाबपोश आरोपियों ने हाथ दिखाकर बस को रोका. ड्राइवर ने उन्हें यात्री समझकर बस रोक दी. इसके बाद बस के अंदर गए. वे पास में देसी कट्टा, बंदूक रखे हुए थे. बस में चढ़ते ही ड्राइवर को लाइट बंद कर बस रोकने के लिए कहा और सभी यात्रियों के फोन बंद कराकर फोन के साथ सारा सामान लूट लिया.

इसके बाद यात्रियों, ड्राइवर और कंडक्टर को बस से नीचे उतारकर बस को पीछे की तरफ ले गए और बस के सामने वाले भाग में पेट्रोल डालकर आग लगा दी. लाल सलाम जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जंगल की तरफ भाग निकले.

घटना के बाद बस के कंडक्टर सतीश कुमार धोने ने नारायणपुर वापस आकर थाने में घटना की जानकारी देकर रिपोर्ट लिखाई. पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग एक्शन लेते हुए अपनी इंटेलिजेंस टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे.

आरोपी लूटे हुए मोबाइलों को स्विच ऑफ भी नहीं कर पाए थे कि नारायणपुर पुलिस ने मोबाइल को ट्रेस कर लिया. मोबाइल लोकेशन की मदद से आरोपियों को कोडागांव के बामनी गांव से ढूंढ निकाला. आरोपियों के पास से 18 नग बंदूक, दो देसी कट्टा, जो कि बच्चों का खिलौना था, जब्त किया.

पढ़ें- कोंडागांव : बस आगजनी मामले में 2 निलंबित आरक्षक ही निकले आरोपी

पहले थे नक्सली, बाद में किया आत्मसमर्पण
ये आरोपी पहले नक्सली थे, बाद में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर गोपनीय सैनिक में भर्ती हो गए थे और पुलिस के लिए काम करते थे. पूर्व में नक्सली होने की वजह से इन लोगों को मालूम था कि किस तरह से लोगों को डराया और लूटा जाता है.

लंबे समय से शिकायत
नकली नक्सलियों का कारनामा यही खत्म नहीं हुआ. ये आरोपी अलग-अलग जिलों में भी जाकर लोगों से लूटपाट करते थे. बस्तर, कोंडागांव और दंतेवाड़ा जिले में ये लोग लूटपाट करते थे, जिसकी शिकायत पुलिस को लंबे समय से आ रही थी.

नारायणपुर : नक्सली के नाम पर 12 अगस्त की रात नारायणपुर-कोंडागांव मार्ग में बस में आगजनी और यात्रियों से लूटपाट करने वाले पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

पूर्व आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पूर्व आत्मसमर्पित नक्सली माधव कुलदीप, हिरदुराम कुमेटी और डोलेन्द्र बघेल के पास से 40 हजार नकद, मोटरसाइकिल और 18 नग मोबाइल जब्त किया गया है. पूर्व में आत्मसमर्पित इन नक्सलियों की खराब आदतें नहीं बदली और आम लोगों को दोबारा नक्सलियों से भी ज्यादा घिनौनी हरकत कर परेशान करते थे. पुलिस ने आरोपियों को बड़ी मुश्किल से धर दबोचा.

ये था मामला
12 अगस्त की रात करीब 8:20 बजे नारायणपुर-कोंडागांव के बीच गंगामुंडा कोकोड़ी के पास नकाबपोश आरोपियों ने हाथ दिखाकर बस को रोका. ड्राइवर ने उन्हें यात्री समझकर बस रोक दी. इसके बाद बस के अंदर गए. वे पास में देसी कट्टा, बंदूक रखे हुए थे. बस में चढ़ते ही ड्राइवर को लाइट बंद कर बस रोकने के लिए कहा और सभी यात्रियों के फोन बंद कराकर फोन के साथ सारा सामान लूट लिया.

इसके बाद यात्रियों, ड्राइवर और कंडक्टर को बस से नीचे उतारकर बस को पीछे की तरफ ले गए और बस के सामने वाले भाग में पेट्रोल डालकर आग लगा दी. लाल सलाम जिंदाबाद के नारे लगाते हुए जंगल की तरफ भाग निकले.

घटना के बाद बस के कंडक्टर सतीश कुमार धोने ने नारायणपुर वापस आकर थाने में घटना की जानकारी देकर रिपोर्ट लिखाई. पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग एक्शन लेते हुए अपनी इंटेलिजेंस टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचे.

आरोपी लूटे हुए मोबाइलों को स्विच ऑफ भी नहीं कर पाए थे कि नारायणपुर पुलिस ने मोबाइल को ट्रेस कर लिया. मोबाइल लोकेशन की मदद से आरोपियों को कोडागांव के बामनी गांव से ढूंढ निकाला. आरोपियों के पास से 18 नग बंदूक, दो देसी कट्टा, जो कि बच्चों का खिलौना था, जब्त किया.

पढ़ें- कोंडागांव : बस आगजनी मामले में 2 निलंबित आरक्षक ही निकले आरोपी

पहले थे नक्सली, बाद में किया आत्मसमर्पण
ये आरोपी पहले नक्सली थे, बाद में पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर गोपनीय सैनिक में भर्ती हो गए थे और पुलिस के लिए काम करते थे. पूर्व में नक्सली होने की वजह से इन लोगों को मालूम था कि किस तरह से लोगों को डराया और लूटा जाता है.

लंबे समय से शिकायत
नकली नक्सलियों का कारनामा यही खत्म नहीं हुआ. ये आरोपी अलग-अलग जिलों में भी जाकर लोगों से लूटपाट करते थे. बस्तर, कोंडागांव और दंतेवाड़ा जिले में ये लोग लूटपाट करते थे, जिसकी शिकायत पुलिस को लंबे समय से आ रही थी.

Intro:cg_nyp_01_aagajani_ke_aaropi_ko_dabocha_CG10020


एंकर -नारायणपुर कोंडागांव मार्ग में 12 तारीख की रात यात्री बस को अज्ञात लोगों ने आग के हवाले कर दिया था, वह अज्ञात लोग कोई और नहीं पूर्व में नक्सली थे उसके बाद ये आरोपी पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिए थे । उसके बाद भी इनकी आदते नही बदली आम लोगो को दुबारा नक्सलियों से भी ज्यादा घिनौना हरकत करके परेशान किया करते थे, जिसे पुलिस ने बड़ी मुश्किल से धर दबोचा है।
12 तारीख के रात्रि करीब 8:20 में नारायणपुर और कोंडागांव की बीच में गंगामुंडा कोकोड़ी की पास मुख्य मार्ग पर बस्तर ट्रेवल्स की बस कोंडागांव सी नारायणपुर की ओर आ रही थी जिसे नकाब पोस व्यक्तियों ने हाथ दिखाकर बस को रोका तब बस का ड्राइवर यात्री समझकर बस को रोका दो व्यक्ति बस के अंदर आए बस के अंदर की लाइट जल रही थी दोनों लेती देसी कट्टा बंदूक रखे थे वो लोग ड्राइवर को बोले कि बस को बंद करो लाइट बंद करो फिर बस ड्राइवर और बस में बैठे सभी सवार छा यात्रियों के मोबाइल फोन बंद करा कर लूट लिया सभी यात्रियों एवं चालक परिचालक को व से नीचे उतार कर बस के पीछे तरफ ले गए उसमें से एक नकाब पोस व्यक्ति द्वारा बस के सामने अपने साथ लेकर आए पेट्रोल की बॉटल से बस के सामने वाले भाग में पेट्रोल छोड़कर माचिस से आग लगा दी बस की परिचालक सतीश कुमार धोने नारायणपुर वापस आने पर थाना नारायणपुर में रिपोर्ट लिखाई कि कुछ लोग हमें रास्ता मैं रोकर बस को आग लगा दी और हमारे सामान और पैसा लूट कर चले गए हमारे सामने लाल सलाम जिंदाबाद के नारा लगाते हुए जंगल की और भाग गए।

बस ड्राइवर और कंडेक्टर के रिपोर्ट लिखाने के बाद नारायणपुर पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने इनकी बातों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत एक्शन दिया और अपने इंटेलिजेंस को तुरंत घटना के लिए रवाना हुये यह काम बिजली से भी तेज गति से किया गया आरोपी लुटे हुए मोबाइल तो स्विच ऑफ भी नहीं कर पाए थे इससे पहले नारायणपुर पुलिस ने मोबाइल को टेस्ट करना शुरु कर दिया प्रेस करने से चालू मोबाइल का पता उसका लोकेशन पुलिस मिल गया जिसका पीछा करते हुए पुलिस ने कोडागांव के बामनी गांव में छुपे आरोपियों को धर दबोचा आरोपियों के पास से 18 नग बंदूक दो देसी कट्टा जो कि बच्चों का खिलौना था।
बच्चों को चिलौना से या फर्जी नक्सली कई वारदात करते लाखों लूट लिया यहां कट्टा गांव के मेले में गुब्बारा छोड़ने के काम आते हैं जिसके दम थे यह नकली नक्सली लोगों के माथे में टिका कर पैसा लूटा करते थे।
नकली नक्सली पूर्व में नक्सली थे जिस के बाद इन लोगों ने आत्मसमर्पण कर गोपनीय सैनिक में भर्ती हो गए थे और पुलिस का काम करते थे। पूर्व में नक्सली होने के कारण यह लोगों को मालूम था कि किस प्रकार लोगों को राय जाता है किस प्रकार पुलिस पर नजर रखा जाता है लोगों को नक्सलियों का किस प्रकार खाप है इसका ये फायदा उठा कर लोगों से लाखों लूट लिया है।
नकली नक्सलियों का कारनामा या खत्म होता यह लोग अलग-अलग में अलग-अलग जिलों में भी जाकर लोगों से लूटपाट का काम किया था बतर कोंडागांव दंतेवाड़ा जिला मे ये लोग लूटपाट का काम कर रहे थे जिस की शिकायत पुलिस को लंबे समय से आ रही थी पर पुलिस की आंख यह लोग नहीं आए थे
नकली नक्सली माधव कुलदीप, हिरदुराम कुमेटी,डोलेन्द्र बघेल को पुलिस ने दविश देकर पकड़ा गया जिनके पास से 40,000 नगद और हीरो होंडा मोटरसाइकिल 18 मोबाइल प्राप्त हुआ हे।


बाइट -मोहित गर्ग पुलिस अधीक्षक नारायणपुर



Body:cg_nyp_01_aagajani_ke_aaropi_ko_dabocha_CG10020


Conclusion:cg_nyp_01_aagajani_ke_aaropi_ko_dabocha_CG10020
Last Updated : Aug 16, 2019, 2:36 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.