नारायणपुर: मंगलवार रात तेज आंधी-तूफान के साथ आई बेमौसम बारिश ने कई स्थानों पर जमकर तबाही मचाई. कई गांव में गरीबों के कच्चे मकान टूट-फूट गए और लोगों के आशियाने उजड़ गए. आंधी, तूफान और तेज बारिश में बर्बाद हुई गृहस्थी के सामान को प्रभावित लोग बुधवार को पूरे दिन समेटने में लगे रहे. बारिश के पानी से खाने-पीने का सामान खराब होने से गरीब तबके के लोग खाने तक से वंचित रहे.
नारायणपुर में बेमौसम बारिश किसानों के लिए मुसीबत बनकर आई. खेतों में मौजूद धान, गेंहू आदि की फसलें जलमग्न होकर नष्ट होने की कगार पर हैं. तेज बारिश के चलते कई इलाकों में घंटों तक बिजली नहीं आई. आंधी-तूफान से कच्चे मकानों के छप्पर उड़ने और तेज हवा से पानी घरों में घुस जाने से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया. रात में अचानक हुई इस बारिश ने लोगों को संभलने का मौका भी नहीं दिया.
नहीं हुई जनहानि
जिले के कई हिस्सों के पेड़ भी गिरे. इसके अलावा कुछ अन्य स्थानों पर तेज हवा ने कई कच्चे मकानों के छप्परों को नष्ट कर दिया. हवा इतनी तेज थी कि मकानों पर रखी सीमेंट की चादरें टूटकर पूरी तरह नष्ट हो गईंं और छप्पर के बल्ली ही रह गए. वहीं कुछ मकानों में पेड़ गिरने से दीवारें भी धराशायी हो गईं. गनीमत रही कि इस आपदा में कोई जनहानि नहीं हुई.
पीड़ित ने मदद की लगाई गुहार
शांति नगर बड़पारा के जगन्नाथ उसेंडी का कहना है कि 'मंगलवार देर रात आई बारिश और तेज हवा से घर की शेड और छप्पर टूट जाने से भारी नुकसान हुआ है. पीड़ित किसान सरकार से हर संभव मदद करने की गुहार लगाई है'.