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खेल दिवस पर संगोष्ठी और खेल प्रतियोगिता का आयोजन

नारायणपुर में राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर इंडोर स्टेडियम में वीरेंद्र खेल संगोष्ठी और सद्भावना खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ों खिलाड़ी शामिल हुए.

नारायणपुर में मनाया गया राष्ट्रीय खेल दिवस
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Published : Aug 29, 2019, 11:58 PM IST

नारायणपुर: हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर देशभर में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया. इसी क्रम में जिले के इंडोर स्टेडियम में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

मेजर ध्यानचंद की याद में वीरेंद्र खेल संगोष्ठी और सद्भावना खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास टोपनो ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल में भी रूचि रखनी चाहिए. इससे व्यक्ति के मन में टीम भावना आती है, वहीं शारीरिक व्यायाम भी होता है.

नारायणपुर: हॉकी के जादूगर कहे जाने वाले मेजर ध्यानचंद के जन्मदिन पर देशभर में राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया. इसी क्रम में जिले के इंडोर स्टेडियम में खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया.

मेजर ध्यानचंद की याद में वीरेंद्र खेल संगोष्ठी और सद्भावना खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. मुख्य कार्यपालन अधिकारी विकास टोपनो ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों को पढ़ाई के साथ खेल में भी रूचि रखनी चाहिए. इससे व्यक्ति के मन में टीम भावना आती है, वहीं शारीरिक व्यायाम भी होता है.

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एंकर- नारायणपुर मुख्यालय में राष्ट्रीय खेल दिवस आज इंडोर स्टेडियम में स्कूली बच्चों को खिलाकर मनाया गया हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद को को नहीं जानता।
जिसे दुनिया कहती थी हॉकी का जादूगर किसी भी खिलाड़ी की महानता को नापने का सबसे बड़ा पैमाना है कि उसके साथ कितनी किवदंतिया जुड़ी है उस हिसाब से तो मेजर ध्यानचंद का कोई जवाब नहीं है कई देश उसकी हॉकी स्टिक तुड़वा कर दिखी की कहीं उसमें चुंबक तो नहीं लगा है कहीं उनके हॉकी स्टिक में गोंद तो नहीं लगा है अपने जमाने में इस खिलाड़ी ने किस हद तक अपना लोहा मनवाया होगा इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है मेजर ध्यानचंद के पास कभी भी तेज गति नहीं थी बल्कि वो धीमा दौड़ते थे लेकिन उसके पास गैप को पहचानने की गजब की क्षमता थी।
बेहतरीन से बेहतरीन गोलकीपर के लिए भी कोई मौका नहीं रहता था वह कोई देवता हो ऐसा खेल खेलते थे उनको बिना देखे ही पता होता था कि मैदान के किस हिस्से में उसकी टीम के खिलाड़ी और प्रतिद्वंदी मुंह कर रहे हैं और बिना देखे ही बाल को अपने खिलाड़ी को पास करते थे।
हॉकी के जादूगर मेजर स्वर्गीय ध्यानचंद की जन्म दिवस पर आज नारायणपुर इंडोर स्टेडियम में हर साल की भांति इस वर्ष भी राष्ट्रीय खेल दिवस मनाया गया इस अवसर पर वीरेंद्र खेल संगोष्ठी एवं सद्भावना खेल प्रतियोगिता आयोजित हुई.
वही मुख्य कार्यपालन अधिकारी अमृत विकास टोपनो बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चे पढ़ाई के साथ साथ खेल में भी रुचि रखें खेल से व्यक्ति के मन में टीम भावना आती है इसके साथ ही शारीरिक व्यायाम के साथ-साथ मन को भी शांति मिलती है जो पढ़ाई में बेहद जरूरी है।

बाइट -अमृत विकास टोपनो मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सीईओ


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