नारायणपुर: जिले के दूरस्थ नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 85 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण अब अंतिम चरण में हैं. नारायणपुर एसपी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सड़क का निर्माण शुरू हुए 8 साल हो गए. धौड़ाई से बारसूर तक 50 किलोमीटर की सड़क है. वहां से नारायणपुर में 35 किलोमीटर की सड़क है. इस सड़क को बनाने में 10 सुरक्षाकर्मी शहीद हो चुके हैं. road construction in Naxal affected area
नवंबर तक पूरी हो जाएगी 85 किलोमीटर सड़क का काम: नारायणपुर जिले के दूर-दराज के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बेहतर कनेक्टिविटी के लिए सड़क बनाई जा रही है. यह सड़क 85 किमी लंबी है. यह सड़क स्थानीय लोगों के लिए बहुत अहम है. लेकिन नक्सल प्रभावित इलाके में सड़क निर्माण आसान नहीं है. नारायणपुर एसपी सदानंद कुमार के मुताबिक, '' 85 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण 2015 में शुरू हुआ था. 4.5 किलोमीटर लंबी सड़क कड़ेमेटला से गोदली तक सड़क निर्माण बचा हुआ है. इस दौरान 17 पुल पुलियों का निर्माण बचा है. उम्मीद है नवंबर तक इसका काम खत्म हो जाएगा. नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क बनाना चुनौतीपूर्ण है. अब तक हमने 10 सुरक्षाकर्मी खो दिए हैं.''
नक्सलगढ़ की बदलती तस्वीर: सुकमा में जवानों का ग्रामीण ऐसे कर रहे स्वागत !
नक्सल प्रभावित इलाकों में सड़क निर्माण से यहां के ग्रामीण भी काफी खुश है. यही वजह है कि नाच गाकर वे इसका उत्साह मना रहे हैं. सुकमा, बस्तर से ऐसी कई तस्वीरे और वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो चुके हैं जिसमें वे सड़क निर्माण के बाद नाच गाकर जवानों का स्वागत करते हुए खुशी जाहिर करते हैं.