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अबूझमाड़ में गूंजी सामाजिक कार्यकर्ताओं को बेशर्त रिहा करने की मांग - Demand to release social worker in Narayanpur

अबूझमाड़ तोयामेटा के जंगलों में ग्रामीण तीन सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलनरत हैं. protest in abhujmad forest शनिवार को हजारों ग्रामीणों ने रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया. three point demand of protesters उन्होंने कहा कि "अबूझमाड़ के निर्दोष सामाजिक कार्यकर्ताओं को पुलिस नक्सली बताकर जेल में बंद किया है. narayanpur abhujmad tribal protest सामाजिक कार्यकर्ता जगदीश मरकाम और आयतु उसेण्डी को बेशर्त रिहा करने की मांग ग्रामीण कर रहे हैं. " narayanpur news update

Villagers agitating for three point demand
अबूझमाड़ में ग्रामीणों का आंदोलन
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Published : Dec 24, 2022, 10:18 PM IST

अबूझमाड़ में ग्रामीणों का आंदोलन

नारायणपुर: अबूझमाड़ नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है. जहां के तोयामेटा के जंगल में 13 ग्राम पंचायत के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण सर्व आदिवासी माड़ बचाओ बैनर तले दो माह से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. three point demand of protesters इसमें नवीन पुलिस कैंप का विरोध, पेसा कानून लागू करना और वन संरक्षण अधिनियम 2022 को निरस्त करने की मांग शामिल है. narayanpur news update


जंगलों में खुले आसमान के नीचे विरोध प्रदर्शन: बूझमाड़ की हसीन वादियों में खुले आसमान के नीचे अबूझमाड़ के जंगलों के बीच ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. unconditional release of social workers ग्रामीणों ने आज तोयामेटा के जंगल से एक विशाल रैली निकाली. जहां जेल में बंद जगदीश मरकाम की बूढ़ी मां मीडिया को बयान देते वक्त रो पड़ी. उन्होंने बताया कि "मेरा बेटा नक्सली नहीं है. घर का काम करता था. परिवार में उसके छह बच्चे हैं. अब उसे कौन पालेगा."


"जगदीश मरकाम किसानी का काम करता है": जगदीश मरकाम के बड़े भाई बालसिंह मरकाम ने बताया कि "जगदीश मरकाम के पास ट्रैक्टर है. वह खेती किसानी और वाहनों से काम करता है. डीजल लेने हमेशा नारायणपुर आता जाता था .आकाबेड़ा कैम्प खुलने के समय भी जगदीश मरकाम ने मदद किया था. उसी के वाहनों से खुदाई की गई थी. अगर पुलिस को गिरफ्तार करना था तो उस समय क्यों नहीं किया."

यह भी पढ़ें: Conversion नारायणपुर में धर्मांतरण के खिलाफ महासभा, दिल्ली में ईसाई समुदाय के प्रतिनिधियों से मिले सीएम बघेल


"13 वर्षाें से नक्सल संगठनों में कार्य कर रहा था":अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार ने बताया कि "जगदीश मरकाम निवासी हिकपाड़ विगत 13 वर्षाें से कई नक्सल संगठनों में कार्य कर रहा था. जो माओवादियों के साथ मिलकर दिसम्बर 2020 में निर्माण कार्य में लगे मिक्सर मशीन और अन्य मशीन को आग लगाने की घटना में शामिल था. मई 2021 में नेड़नार निवासी लखमू राम गोटा की पुलिस मुखबिरी के संदेह पर हत्या कर घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में आरोपी जगदीश मरकाम को कुकराझोर पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर 17 दिसम्बर को जेल भेजा."

अबूझमाड़ में ग्रामीणों का आंदोलन

नारायणपुर: अबूझमाड़ नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर की दूरी पर है. जहां के तोयामेटा के जंगल में 13 ग्राम पंचायत के दर्जनों गांवों के हजारों ग्रामीण सर्व आदिवासी माड़ बचाओ बैनर तले दो माह से अपनी तीन सूत्रीय मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. three point demand of protesters इसमें नवीन पुलिस कैंप का विरोध, पेसा कानून लागू करना और वन संरक्षण अधिनियम 2022 को निरस्त करने की मांग शामिल है. narayanpur news update


जंगलों में खुले आसमान के नीचे विरोध प्रदर्शन: बूझमाड़ की हसीन वादियों में खुले आसमान के नीचे अबूझमाड़ के जंगलों के बीच ग्रामीण विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. unconditional release of social workers ग्रामीणों ने आज तोयामेटा के जंगल से एक विशाल रैली निकाली. जहां जेल में बंद जगदीश मरकाम की बूढ़ी मां मीडिया को बयान देते वक्त रो पड़ी. उन्होंने बताया कि "मेरा बेटा नक्सली नहीं है. घर का काम करता था. परिवार में उसके छह बच्चे हैं. अब उसे कौन पालेगा."


"जगदीश मरकाम किसानी का काम करता है": जगदीश मरकाम के बड़े भाई बालसिंह मरकाम ने बताया कि "जगदीश मरकाम के पास ट्रैक्टर है. वह खेती किसानी और वाहनों से काम करता है. डीजल लेने हमेशा नारायणपुर आता जाता था .आकाबेड़ा कैम्प खुलने के समय भी जगदीश मरकाम ने मदद किया था. उसी के वाहनों से खुदाई की गई थी. अगर पुलिस को गिरफ्तार करना था तो उस समय क्यों नहीं किया."

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"13 वर्षाें से नक्सल संगठनों में कार्य कर रहा था":अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेमसागर सिदार ने बताया कि "जगदीश मरकाम निवासी हिकपाड़ विगत 13 वर्षाें से कई नक्सल संगठनों में कार्य कर रहा था. जो माओवादियों के साथ मिलकर दिसम्बर 2020 में निर्माण कार्य में लगे मिक्सर मशीन और अन्य मशीन को आग लगाने की घटना में शामिल था. मई 2021 में नेड़नार निवासी लखमू राम गोटा की पुलिस मुखबिरी के संदेह पर हत्या कर घटना को अंजाम दिया था. इस मामले में आरोपी जगदीश मरकाम को कुकराझोर पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर 17 दिसम्बर को जेल भेजा."

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