नारायणपुर: Protest against new police camp in Abujhmad जिले में इन दिनों कड़ाके की ठंड है. बावजूद इसके पिछले दो महीने से ग्रामीण ग्राम इरकभट्टी और ग्राम तोयामेटा के जंगलों में छोटे छोटे टेंट लगा कर आंदोलन पर हैं. narayanpur villagers protest ग्रामीणों की अपनी तीन सूत्रीय मांग में नवीन पुलिस कैंप का विरोध, नया पेसा कानून लागू करना, वन संरक्षण अधिनियम में हुए बदलावों को निरस्त करना शामिल है. villagers Movement in Abujhmad ग्रामीणों का कहना है की जब तक उनकी मांगों पर सरकार अमल नहीं करती है. तब तक आंदोलन जारी रहेगा. narayanpur news update
विरोध प्रदर्शन जारी: आंदोलनरत अबूझमाड़ के सैकड़ों ग्रामीण रोजाना रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन करते है. इसके अलावा ग्रामीण अपने मनोरंजन के लिए विभिन्न पारंपरिक नृत्य भी करते हैं. सरकार इनकी मांग सुन ले इसके लिए ग्रामीण रोजाना अपने कुल देवी- देवता की विशेष आराधना भी करते हैं.Protest against new PESA law in Abujhmad
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38 गांव के ग्रामीण आंदोलन में शामिल : अबूझमाड़ इलाके के 8 ग्राम पंचायत और 38 गांव के ग्रामीण आंदोलन में शामिल हैं. इस आंदोलन में शामिल होने प्रत्येक गांव और घर से एक सदस्य शामिल आते हैं. निर्धारित समय के बाद दूसरे गांव के ग्रामीण आकर आंदोलन में शामिल होते हैं. यह चक्र निरंतर दो माह से जारी है. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेम सागर सिदार ने पूरे इस मामले पर कहा कि "ग्रामीणों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही नवीन पुलिस कैंप डोंडरी बेड़ा में खोला जा रहा है. जिससे घबरा कर ही नक्सली अलग अलग स्थानों पर ग्रामीणों को आगे कर विरोध दर्ज करवा रहें हैं. ग्रामीण ना चाहते हुए भी नक्सली दहशत के चलते विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
बीते दो महीने से नारायणपुर के ग्रामीण तीन सूत्रीय मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इसमें मुख्य रूप से ये मांगें शामिल हैं.
- नए पेसा कानून को वापस लेने की मांग
- अबूझमाड़ में नए पुलिस कैंप ना खोले जाएं
- वन संरक्षण अधिनियम 2022 में बदलाव की मांग