बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने 2007 में भी सेल्समैन के पिता को गोली मार दी थी. हालांकि उस घटना में वे बच गए थे. जिसके बाद उनके परिवार को नक्सलियों ने अबूझमाड़ के घमंडी गांव से भगा दिया था. तब से सेल्समैन का पूरा परिवार नारायणपुर जिला मुख्यालय में रह रहा था और सोनपुर गांव में रोज काम करने जाता था.
मृतक के भाई ने बताया कि नक्सली बीते कई दिनों से उसके परिवार को घमकी दे रहे थे. नक्सलियों का कहना था कि अबूझमाड़ में जवानों को राशन न दे, लेकिन सेल्समैन नहीं माना. जिससे नाराज नक्सलियों ने मंगवलार को दुकान में घुसकर सेल्समैन को गोली मार दी. नक्सलियों के इस कायराना करतूत से इलाके में दहशत है और स्थानीय लोगों में इसे लेकर गुस्सा भी है.