नारायणपुर : ग्रामीण इलाकों में कम उम्र के शाला त्यागी बच्चों की काउंसिंग कर उन्हे फिर से शिक्षा के प्रति जागरूक कर पढ़ाने के लिए बड़े-बड़े अभियान चलाए जाते हैं. इन अभियान की जमीनस्तर पर कितना क्रियान्वयन किया जाता है. इसकी जीती जागती तस्वीर नारायणपुर में देखने को मिली है. जहां स्कूल से ड्रॉप आउट बच्चों से लेबर का काम लिया जा रहा है. मामला सामने आने के बाद अब कार्रवाई की बात कही जा रही है.
Minor are being made to work in Narayanpur
अफसरों से की गई शिकायत : जिले के सरगीपाल में शाला त्यागी (Sargipal in Narayanpur) बच्चों का लोक निर्माण विभाग के ठेकेदार शोषण कर रहे हैं. नियमों को ताक पर रखकर नाबालिग बच्चों से सड़क निर्माण कार्य में मजदूरी कराई जा रही है. नाबालिग बच्चों से काम कराने के साथ साथ बच्चों को कम मजदूरी दी जा रही है . विकासखंड शिक्षा अधिकारी (Block Education Officer Narayanpur) ने शाला त्यागी बच्चों से काम कराए जाने की मामले की जांच कर उच्च अधिकारियों को अवगत कराए जाने की बात कही.वहीं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी रविकांत ने नाबालिग से काम कराने के मामले पर संबंधित ठेकेदार के खिलाफ श्रम विभाग के नियमों के तहत कार्यवाई करने की बात कही.
कहां हो रहा है सड़क का निर्माण : नारायणपुर जिले के सरगीपाल में लोक निर्माण विभाग द्वारा सरगीपाल से अबूझमाड़ के कंदाडी होते हुए सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा है . सड़क निर्माण कार्य में ठेकेदार द्वारा शाला त्यागी कक्षा दूसरी , तीसरी के छात्राओं से कम मजदूरी में नियमों को ताक पर रखकर काम कराया जा रहा है. जिसको लेकर जब विकासखंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई. तो उन्होंने शाला त्यागी बच्चो का चयन कर उन्हे स्कूल में लाने का कार्य गांव में संचालित स्कूल का होता है. शाला त्यागी बच्चों से मजदूरी कराने के मामले की जांच कर उच्च अधिकारी को अवगत कराया जाएगा.
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पूरे मामले पर महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी रविकांत ने बताया कि '' नाबालिग बच्चों से सड़क निर्माण कार्य में काम करने की शिकायत मिली थी. जिसकी जांच कराई गई तो मामला सही पाया गया. संबंधित ठेकेदार के खिलाफ श्रम नियमों के तहत कार्यवाही करने श्रम विभाग को निर्देशित करने की बात कही.''Narayanpur latest news