नारायणपुर: जिला अस्पताल पर एक बार फिर लापरवाही का आरोप लगा है. अस्पताल पर परिजनों ने 3 साल के बच्चे की हत्या का आरोप लगाया है.
दरअसल नगर पालिका क्षेत्र अंतर्गत बखरूपारा निवासी तेनसिंह ठाकुर अपने 3 साल के बच्चे को बुखार और सर्दी की शिकायत के बाद अस्पताल लेकर पहुंचा. 27 दिसंबर दोपहर 3 बजे बच्चे को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद जिला अस्पताल में बच्चे का इलाज शुरू हुआ. परिजनों ने बताया कि 28 तारीख तक ड्यूटी में लगे वार्ड ब्वॉय और नर्स ने बच्चे की स्थिति सामान्य बताई. बच्चे के कई टेस्ट कराए गए, और लगातार ग्लूकोज बॉटल, दवाइयां और इंजेक्शन दिए गए.
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मृत बच्चे को मास्क लगाकर जगदलपुर रेफर किया
परिजनों ने बताया कि बच्चे की स्थिति में कोई सुधार न होता देख परिजनों ने बच्चे को रेफर करने की मांग की. लेकिन अस्पताल प्रबंधन ये कहकर बात टालता रहा कि बच्चे की स्थिति सामान्य है. अचानक बच्चे की स्थिति मंगलवार को ज्यादा खराब हो गई. परिजनों का आरोप है कि लगातार बच्चे की स्थिति बिगड़ती रही, परंतु किसी जिम्मेदार डॉक्टर ने बच्चे की जांच नहीं की. बच्चे की हालत देख परिजनों ने बच्चे को जगदलपुर ले जाने का फैसला किया. मंगलवार शाम 7 बजे बच्चे को निजी वाहन के जरिए जगदलपुर MPM हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. परिजनों के पैरों तले जमीन तब खिसक गई, जब डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत 3 घंटे पहले ही हो चुकी है.
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सवालों के घेरे में अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली
परिजनों ने नारायणपुर जिला अस्पताल प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर घोर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि जब उन्होंने बच्चों को रेफर करने की मांग की तो अस्पताल प्रबंधन ने मामले को गंभीरता से क्यों नहीं लिया. परिजनों का कहना है कि बच्चे की मौत को हफ्ते भर का समय हो गया है. अस्पताल प्रबंधन की तरफ से अब तक किसी तरह की रिपोर्ट नहीं दी जा रही है.परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही को लेकर कोर्ट जाने की बात कही है, कलेक्टर से भी मामले में संज्ञान लेने की अपील की है.