मुंगेली: नये साल के आगाज में बस कुछ ही घंटों का समय बचा है. ऐसे में इस नये साल की शुरूआत को हर कोई स्पेशल बनाने के लिए ना जानें क्या-क्या प्लान बना रहा है. इन सबके बीच अगर कोई जंगल में नये साल का लुत्फ उठाने की तैयारी कर रहा है तो उसे सचेत होने की जरुरत है. लोरमी के अचानकमार टाइगर रिजर्व (Lormi Achanakmar Tiger Reserve) में नये साल के जश्न में खलल ना पहुंचे, इस बात का भी खास ध्यान रखा जा रहा है. टूरिस्ट (Tourist) को टाइगर रिजर्व के नियमों के मुताबिक सेलिब्रेशन की सलाह दी जा रही है. वन्य जीव की सुरक्षा के मद्देनजर हर आने-जाने वालों पर सीसीटीवी कैमरे के साथ सिक्योरिटी गार्ड और एक्सपर्ट खोजी कुत्तों के जरिये निगरानी रखने की तैयारी चल रही है.
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नए साल को इस तरीके से मनना चाहते हैं लोग
वर्ष 2021 की विदाई (Farewell to year 2021) का वक्त आ गया है, ऐसे में नये साल के आगाज को लेकर शहरों के साथ-साथ लोग जंगलों का भी रुख करने का प्लान बना रहे हैं. यही वजह है कि लोरमी इलाके के सारे रिसोर्ट और कॉटेज में महीने भर पहले से एडवांस बुकिंग हो गये हैं. साल की विदाई को दिलचस्प बनाने के लिए भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग आराम के लिए जंगल को ज्यादा तवज्जों दे रहे हैं, लेकिन लोरमी के अचानमार टाइगर रिजर्व में साल का जश्न मनाने वालों पर भी एटीआर प्रशासन पैनी नजर रखेगा. रंग में भंग ना पड़े, इस बात का खासा ध्यान रखा जा रहा है. अगले 7 दिनों तक एलर्ट रहने के निर्देश जारी कर दिये गये हैं.
जंगल के हर बीट में दो पैदल गार्ड की तैनाती
अचनाकमार टाइगर रिजर्व के डिप्टी डायरेक्टर के मुताबिक जंगल के हर बीट में दो पैदल गार्ड की तैनाती की गई है. इसके अलावा हर रेंज में एक एसटीपीएफ यानी की स्पेशल टाइगर प्रोटेक्शन फोर्स का गठन किया गया है. जिसमें स्थानीय वनवासियों को 5 की संख्या में अलग-अलग शेडयूल में डयूटी पर लगाया जाता है. इसके अलावा उड़नदस्ता की टीम भी घूम-घूम कर हर आने-जाने वाले पर नजर रखेगी. साथ ही सुरक्षा के मद्देनजर एटीआर प्रशासन हाथियों और ट्रेंड स्निफर डॉग्स की मदद ले रहा है. इस दौरान हर जांच नाके पर सीसीटीवी कैमरे के जरिये आने-जाने वाले पर पैनी नजर भी रखी जायेगी.
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नियम तोड़ने पर देना होगा फाइन
एटीआर प्रशासन (ATR Administration) के मुताबिक ऐसा नहीं है कि नये साल के जश्न में डूबे लोग कुछ भी एंजॉय करेंगे. इस दौरान उन्हे जंगल के नियमों का खास तौर पर ख्याल भी रखना होगा. ना तो टूरिस्ट यहां शोर मचा सकते हैं ना ही गाड़ियों की तेज हार्न का इस्तेमाल कर सकते हैं. साथ ही साथ जंगल के अंदर किसी भी तरह से कोई पॉलिथिन या कचरा सैलानी नहीं फेंक पायेंगे. मौज मस्ती में किसी तरह का खलल ना पड़े, इसके लिए सैलानियों को खुद ही जागरुक होना पड़ेगा. एटीआर के नियम तोड़ने पर विभाग फाइन भी वसूलने की तैयारी में हैं. जिसमें नियमों को तोड़ने पर अलग-अलग फाइन लिया जायेगा.
तस्करों की रहती है पैनी नजर
आमतौर पर नये साल के समय जंगल के अंदर तस्करों का गिरोह सक्रिय हो जाता है. ऐसे में तस्करों पर खास तौर पर निगरानी रखने के लिए कई गोपनीय प्लान भी प्रबंधन ने तैयार किये हैं. ताकि किसी भी तरह से जंगल और यहां बसे जानवरों को सुरक्षित रखा जा सके.कहा जा सकता है कि जंगल में नये साल का लुत्फ जरुर उठाइये लेकिन जंगल और यहां रह रहे जानवरों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर सबकुछ करना होगा.