मुंगेली: ATR (अचानकमार टाइगर रिजर्व) के वनग्राम निवासखार में बीते दिनों ग्रामीणों के साथ हुए मारपीट के मामले में वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने सुरही रेंजर को निलंबित कर दिया है. पूरे मामले को विधानसभा में लोरमी विधायक धरमजीत सिंह ने प्रमुखता से उठाया था. वहीं मामले की जांच PCCF वाइल्ड लाइफ से कराने की घोषणा की गई है. मामले को वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने गंभीरता से लिया है.
बता दें कि 2 मई 2020 को अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर एरिया में बसे वनग्राम निवासखार में रेंजर संदीप सिंह के नेतृत्व में पहुंची वनविभाग की टीम का ग्रामीणों से विवाद हो गया था. ग्रामीणों का आरोप था कि लॉकडाउन के दौरान ग्रामीणों के साथ जबरदस्ती मारपीट किया जा रहा था. जिसका सभी ग्रामीणों नें मिलकर विरोध किया. जिसके बाद झड़प शुरू हो गई थी. एटीआर की टीम का कहना था कि उनके ट्रैप कैमरों में कुछ संदिग्ध दिखे थे. जिनकी गिरफ्तारी के लिए वो निवासखार गांव पहुंचे थे. जिसका ग्रामीणों नें विरोध करना शुरु कर दिया था. पूरे मामले में एटीआर प्रबंधन की रिपोर्ट पर 17 ग्रामीणों के खिलाफ लोरमी थानें में अपराध दर्ज कर उन्हे जेल भेजा गया था. लेकिन विधानसभा में मुद्दा उठने के बाद मामले में नया मोड़ आ गया है.
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धरमजीत सिंह ने सदन में उठाया मुद्दा
इस पूरे प्रकरण को लोरमी विधायक धरमजीत सिंह नें विधानसभा में जोरशोर से उठाया. धरमजीत सिंह नें एटीआर के अधिकारियों पर जबरदस्ती ग्रामीणों से मारपीट करने और परेशान करने के आरोप लगाए. मामले को लेकर विधानसभा में सदन के अंदर अधिकारी-कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई. जिस पर वनमंत्री मोहम्मद अकबर ने सुरहीं रेंजर संदीप सिंह को निलंबित करते हुए पुरे मामले की जांच पीसीसीएफ वाईल्ड लाईफ से कराने की बात कही है.