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सेल्फी प्रेमियों की ये कैसी दीवानगी, नजर हटी दुर्घटना घटी - जल संसाधन विभाग

राजीव गांधी जलाशय इन दिनों भारी बारिश से लबालब भर गई है, जिसको देखने के लिए पर्यटकों की अच्छी ख़ासी भीड़ जमा हो रही है और युवाओं में सेल्फी लेने की होड़ लगी है, जो जान जोखिम में डालकर सेल्फी ले रहे हैं.

सेल्फी प्रेमियों की ये कैसी दीवानगी
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Published : Sep 6, 2019, 9:52 PM IST

Updated : Sep 7, 2019, 4:00 AM IST

मुंगेली: सेल्फी को लेकर युवाओं में कितनी दीवानगी है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि युवा सेल्फी के लिए जान जोखिम में डालने से भी बाज नहीं आते हैं. जिले के सबसे बड़े बांध राजीव गांधी जलाशय एक नजारा आम हो चला है. भारी बारिश की वजह से लबालब बांध में पर्यटकों की अच्छी ख़ासी भीड़ जमा हो रही है. ऐसे में पर्यटक नियम कायदों को ताक पर रखकर डेम के उस हिस्से में सेल्फी के लिए पहुंच जा रहे हैं, जो बाढ़ के समय प्रतिबंधित होता है.

वीडियो

जिले में भारी बारिश के बाद लोरमी के राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया) का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से पर्यटक भारी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं. इस दौरान पर्यटक जान जोखिम में डालकर डैम के वेस्ट वेयर क्षेत्र में फोटो और सेल्फी लेते दिखाई देते हैं. पर्यटक सेल्फी के चक्कर में नियम कायदों को ताक पर रखकर डेंजर जोन में भी पहुंच रहे हैं.

पढ़ें : मुंगेली: कॉलेज में जलभराव बनी समस्या, छात्रों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

जान जोखिम में डालकर ले रहे सेल्फी

खुड़िया डेम में करीब 77 फीसदी पानी का भराव होने की वजह से वेस्ट वेयर के हिस्से से डेम का अतिरिक्त पानी निकल रहा है और इसकी वजह से बने वाटर फॉल को देखने के लिए पर्यटक काफी नजदीक पहुंचकर सेल्फी लेने की कोशिश करते है. बड़ी-बड़ी चट्टान के साथ ही पानी का बहाव तेज होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

राजीव गांधी जलाशय

राजीव गांधी जलाशय में ऊपर के हिस्से में जल संसाधन विभाग में पर्यटकों को रोकने के लिए गेट लगाया गया है. बावजूद इसके लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बाइक को गेट के किनारे से निकालते हैं, जिससे खतरा कई गुना बढ़ जाता है. जिस जगह से पर्यटक बाइक निकालते हैं, उसके ठीक नीचे डैम का भराव एरिया है, जिसमे गिरने पर बचने की कोई उम्मीद नहीं है.

सिंचाई विभाग की लापरवाही

इस मामले में पुलिस और सिंचाई विभाग की गंभीर लापरवाही भी देखने को मिल रही है. एक तरफ जहां डैम में पर्यटकों की भारी भीड़ रोजाना पहुंच रही है. वहीं सिंचाई विभाग की ओर से यहां पर ना तो किसी तरह का कोई चेतावनी का नोटिस बोर्ड लगाया गया है और न ही किसी कर्मचारी की तैनाती की गई है. हैरत की बात तो यह है कि डैम से महज 300 मीटर की दूरी पर खुड़िया पुलिस चौकी होने के बाद भी पुलिस का कोई भी जवान बांध के आसपास तैनात नहीं रहता. ऐसे में यहां पहुंचने वाले पर्यटक नियमों को ताक पर रखते हुए जान जोखिम में डालकर खुद ही हादसों को न्योता दे रहे हैं. वहीं जिम्मेदार इस मामले पर मीडिया से भी दूरी बनाकर रखे हुए.कोई भी कैमरे के सामने आने तक को तैयार नहीं है.

मुंगेली: सेल्फी को लेकर युवाओं में कितनी दीवानगी है, इसे इस बात से समझा जा सकता है कि युवा सेल्फी के लिए जान जोखिम में डालने से भी बाज नहीं आते हैं. जिले के सबसे बड़े बांध राजीव गांधी जलाशय एक नजारा आम हो चला है. भारी बारिश की वजह से लबालब बांध में पर्यटकों की अच्छी ख़ासी भीड़ जमा हो रही है. ऐसे में पर्यटक नियम कायदों को ताक पर रखकर डेम के उस हिस्से में सेल्फी के लिए पहुंच जा रहे हैं, जो बाढ़ के समय प्रतिबंधित होता है.

वीडियो

जिले में भारी बारिश के बाद लोरमी के राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया) का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिसकी वजह से पर्यटक भारी संख्या में यहां पहुंच रहे हैं. इस दौरान पर्यटक जान जोखिम में डालकर डैम के वेस्ट वेयर क्षेत्र में फोटो और सेल्फी लेते दिखाई देते हैं. पर्यटक सेल्फी के चक्कर में नियम कायदों को ताक पर रखकर डेंजर जोन में भी पहुंच रहे हैं.

पढ़ें : मुंगेली: कॉलेज में जलभराव बनी समस्या, छात्रों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

जान जोखिम में डालकर ले रहे सेल्फी

खुड़िया डेम में करीब 77 फीसदी पानी का भराव होने की वजह से वेस्ट वेयर के हिस्से से डेम का अतिरिक्त पानी निकल रहा है और इसकी वजह से बने वाटर फॉल को देखने के लिए पर्यटक काफी नजदीक पहुंचकर सेल्फी लेने की कोशिश करते है. बड़ी-बड़ी चट्टान के साथ ही पानी का बहाव तेज होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.

राजीव गांधी जलाशय

राजीव गांधी जलाशय में ऊपर के हिस्से में जल संसाधन विभाग में पर्यटकों को रोकने के लिए गेट लगाया गया है. बावजूद इसके लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए बाइक को गेट के किनारे से निकालते हैं, जिससे खतरा कई गुना बढ़ जाता है. जिस जगह से पर्यटक बाइक निकालते हैं, उसके ठीक नीचे डैम का भराव एरिया है, जिसमे गिरने पर बचने की कोई उम्मीद नहीं है.

सिंचाई विभाग की लापरवाही

इस मामले में पुलिस और सिंचाई विभाग की गंभीर लापरवाही भी देखने को मिल रही है. एक तरफ जहां डैम में पर्यटकों की भारी भीड़ रोजाना पहुंच रही है. वहीं सिंचाई विभाग की ओर से यहां पर ना तो किसी तरह का कोई चेतावनी का नोटिस बोर्ड लगाया गया है और न ही किसी कर्मचारी की तैनाती की गई है. हैरत की बात तो यह है कि डैम से महज 300 मीटर की दूरी पर खुड़िया पुलिस चौकी होने के बाद भी पुलिस का कोई भी जवान बांध के आसपास तैनात नहीं रहता. ऐसे में यहां पहुंचने वाले पर्यटक नियमों को ताक पर रखते हुए जान जोखिम में डालकर खुद ही हादसों को न्योता दे रहे हैं. वहीं जिम्मेदार इस मामले पर मीडिया से भी दूरी बनाकर रखे हुए.कोई भी कैमरे के सामने आने तक को तैयार नहीं है.

Intro:मुंगेली- सेल्फ़ी को लेकर युवाओं में कितनी दीवानगी है।ये इस बात से समझा जा सकता है कि युवा सेल्फी के लिए जान जोखिम में डालने से भी बाज नही आते। जिले के सबसे बड़े बांध राजीव गांधी जलाशय में ये नज़ारा आम हो चला है। भारी बारिश के चलते यहां पर्यटकों की अच्छी ख़ासी भीड़ जमा हो रही है। ऐसे में पर्यटक नियम कायदों को ताक पर रखकर डेम के उस हिस्से में सेल्फी के लिए पहुंच जा रहे हैं जो बाढ़ के समय प्रतिबंधित होता है।


Body: मुंगेली जिले में भारी बारिश के बाद लोरमी के राजीव गांधी जलाशय(खुड़िया) का जलस्तर काफी बढ़ गया है। पर्यटक भारी संख्या में पहुंच रहे हैं. यहां पहुंचने वाले पर्यटक जान जोखिम में डालकर डैम के वेस्ट वेयर क्षेत्र में फोटो खिंचवाते और सेल्फी लेते दिखाई देते है। पर्यटक सेल्फी के चक्कर मे नियम कायदों को ताक पर रखकर डेंजर जोन में भी पहुंच जा रहे हैं। खुड़िया डेम में पानी का भराव लगभग 77 फीसदी होने के चलते वेस्ट वेयर के हिस्से से डेम का अतिरिक्त पानी निकल रहा है। इसी वाटर फॉल को देखने के लिए पर्यटक फॉल के काफी नजदीक पहुंचकर सेल्फी लेने की कोशिश करते है। बड़े-बड़े चट्टान होने से और पानी के बहाव तेज़ होने से कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
गेट को हाई रिस्क में पार करते पर्यटक
राजीव गांधी जलाशय में डैम के ऊपर के हिस्से में जल संसाधन विभाग में पर्यटकों को रोकने के लिए गेट लगा रखा है. बावजूद उसके लोग नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए मोटरसाइकिल को गेट के किनारे हिस्से से हाई रिस्क में निकालते हैं. जिस जगह से पर्यटक मोटरसाइकिल को निकालते हैं उसके ठीक नीचे डैम का भराव एरिया है।जिसमे गिरने पर बचने की कोई संभावना नही है।


Conclusion:पुलिस और सिंचाई विभाग की लापरवाही
इस पूरे मामले पर पुलिस और सिंचाई विभाग की गंभीर लापरवाही भी देखने को मिल रही है. एक तरफ जहां डैम में पर्यटकों की भारी भीड़ रोजाना पहुंच रही है. वहीं सिंचाई विभाग की ओर से यहां पर ना तो किसी तरह का कोई चेतावनी का नोटिस बोर्ड लगाए गए हैं और ना ही विभाग की ओर से कोई जिम्मेदार कर्मचारियों की तैनाती ही की गई है। वहीं कुछ ऐसा ही हाल पुलिस महकमे का भी है.डेम से महज 300 मीटर की दूरी पर खुड़िया चौकी होने के बाद भी पुलिस का कोई भी जवान डेम के आसपास तैनात नहीं रहता. ऐसे में यहां पहुंचने वाले पर्यटक नियमों को ताक पर रखकर जान जोखिम में डालकर खुद ही हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं।वहीं जिम्मेदार इस मामले पर मीडिया से भी दूरी बनाकर रखे हुए.कोई भी कैमरे पर आने तक को तैयार नही है।
बाइट-1- रवि कुमार (पर्यटक)
बाइट-2-विश्वास (पर्यटक),,,,(ग्रे कलर के टीशर्ट में)

रिपोर्ट-शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : Sep 7, 2019, 4:00 AM IST
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