मुंगेली: कथित सीबीआई जांच के नाम पर तथाकथित पत्रकारों को करोड़ों रुपये देने के मामले में सुर्खियों में आये मुंगेली रेंजर को निलंबित कर दिया गया है. मुंगेली में बीते दिनों कथित सीबीआई जांच के नाम पर तथाकथित पत्रकारों को 1 करोड़ 40 लाख रुपये दिया गया था. इस केस से चर्चा में आये मुंगेली रेंजर सीआर नेताम को पीसीसीएफ ने निलंबित कर दिया है.
सुर्खियों में थे मुंगेली रेंजर सीआर नेताम
3 फरवरी को मुंगेली रेंजर सीआर नेताम ने सिटी कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उसके साथ बिलासपुर के लोकल वेब पोर्टल के तथाकथित पत्रकार परमवीर मरहास और उसकी कथित महिला साथी वर्षा तिवारी बीते दो सालों के भीतर सीबीआई जांच का डर दिखाकर लगभग 1 करोड़ 40 लाख रुपये की वसूली कर चुके हैं.
फर्जी पत्रकार बन फॉरेस्ट रेंजर को सीबीआई जांच की धमकी देकर वसूले 1 करोड़ 40 लाख
आरोपियों के द्वारा इसके बाद भी अतिरिक्त पैसों की डिमांड की जा रही थी. जिसपर कार्रवाई करते हुए सिटी कोतवाली पुलिस ने तथाकथित पत्रकार परमवीर मरहास और उसकी कथित मित्र वर्षा तिवारी को 4 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पूरे केस का मास्टरमाइंड सरताज ईरानी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. केस का खुलासा होने के बाद मुंगेली के ये रेंजर सीआर नेताम रातों-रात सुर्खियों में आ गए थे.
इस मामले में हुए निलंबित
मुंगेली डीएफओ रामवतार दुबे ने ईटीवी भारत को फोन पर पुष्टि करते हुए बताया कि रेंजर के खिलाफ बिलासपुर वनमंडल में नौकरी के दौरान पुराने मामले में विभागीय जांच चल रही थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर पीसीसीएफ ने रेंजर सीआर नेताम को निलंबित कर दिया है. निंलबन अवधि में उन्हें बिलासपुर सीसीएफ कार्यालय में अटैच किया गया है.