मुंगेली/बिलासपुर/बस्तर: पूरे देश में मिशन चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग की सफलता के लिए पूजा-अर्चना की जा रही है. इस बीच बुधवार को मुंगेली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर मिशन चंद्रयान-3 की सफलता की कामना की. इस दौरान असम के विधायक उत्पल वोरा और लोरमी के पूर्व विधायक तोखन साहू सहित बड़ी तादाद में बीजेपी कार्यकर्ता शामिल हुए.
इसरो ने किया दावा: चंद्रयान-3 को लेकर इसरो के वैज्ञानिक ने दावा किया है कि जिस तरह से चंद्रयान-2 का चन्द्रमा में क्रैश लैंडिंग हुआ था. ठीक उसके विपरीत इस बार चंद्रयान-3 का सफल लैंडिंग चंद्रमा पर कराया जाएगा. मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के लिए लोरमी में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पूजा अर्चना की. इस दौरान असम से आए विधायक उत्पल वोरा ने चंद्रयान-3 की सफलता के लिए पूजा अर्चना की.उन्होंने इस मिशन को भारतीय वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि करार दिया है. फिलहाल पूरे देश की निगाह चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर टिकी हुई है.
जानिए कैसी होती है सॉफ्ट लैंडिंग की प्रक्रिया: बता दें कि सॉफ्ट लैंडिंग एक पेचीदा प्रक्रिया होती है. सुरक्षित और खतरा-मुक्त क्षेत्र खोजने के लिए लैंडिंग से पहले लैंडिंग साइट क्षेत्र की इमेजिंग की जाती है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने जानकारी दी है कि लैंडर 25 किमी की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर उतरेगा. लैंडर क्षैतिज स्थिति में चंद्रमा की ओर लगभग 1.6 सेकंड प्रति किमी की गति से आगे बढ़ेगा. इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी), बेंगलुरु में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स में बैठे अधिकारी रफ एंड फाइन ब्रेकिंग नामक प्रक्रिया में गति को कम करके दूर से लैंडर ब्रेक लगाएंगे. रफ ब्रेकिंग करीब 11 मिनट की होगी और बाकी फाइन ब्रेकिंग होगी. लैंडर की स्थिति को सीधा कर दिया जाएगा. उस स्थिति में, यान चंद्रमा पर मंडराएगा, तस्वीरें लेगा और सुरक्षित लैंडिंग स्थान पर निर्णय लेने के लिए लैंडिंग क्षेत्र का सर्वेक्षण करेगा.
बस्तर में माता दंतेश्वरी के दरबार में हुई पूजा अर्चना: चंद्रयान 3 की सफलता के लिए जगदलपुर में भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्यों ने माता दंतेश्वरी मंदिर में पूजा अर्चना की. भारतीय जनतायुवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि, "आज भारत देश के लिए एक गौरवशाली क्षण है. पूरे भारत देश की लोगों के द्वारा चंद्रयान चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग सुरक्षित रूप से करें इसके लिए पूजा अर्चना की गई."
बिलासपुर के स्कूलों में दूसरे दिन दिखाएंगे लैडिंग की रिकार्डिंग: बिलासपुर के सरस्वती शिशु मंदिर के विद्यार्थियों ने स्कूल में चंद्रयान की सफलता के लिए सुंदरकांड का पाठ किया. शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों में चंद्रयान की लैंडिंग दिखाने का निर्देश पर आत्मानंद स्कूल तिलक नगर के प्राचार्य आरके चारी ने बताया कि बच्चों के लिए रिकार्डिंग करके रख ली गई है. चंद्रयान लैंडिंग की रिकॉर्डिंग छात्र-छात्राओं को स्मार्ट क्लास के माध्यम से 24 अगस्त को दिखाई जाएगी, ताकि छात्र-छात्राएं इस गौरवपूर्ण पल से महरूम न रहें."
स्कूल की इस पहल से स्टूडेंट इस अभूतपूर्व पल के गवाह बनेंगे और इसे हमेशा याद रखेंगे. बालमन में अभी से वैज्ञानिक बनने की प्रेरणा उमड़ेगी और फिर भविष्य में शायद इन्हीं में से कोई देश के अगले मिशन को लीड करने के काबिल बन जाए.