मुंगेली: लोरमी के गांधीडीह स्थित सहकारी राइस मिल में बीती रात भीषण आग लग गई. जिसके बाद वहां रखा सामान जलकर खाक हो गया. राइस मिल के प्रभारी ने बताया कि मिल पांच साल से बंद है. उन्होंने कहा कि आग लगने से ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.
पहले ठेका लिए ठेकेदार के कर्मचारियों ने बताया कि गैस कटर की सहायता से लोहा काटने का काम किया जा रहा था. काम के दौरान वहां स्थित लकड़ी के सामानों में आग लग गई, जिसने धीरे-धीरे भीषण रूप ले लिया. आनन-फानन में आसपास के लोगों ने इसकी सूचना राइस मिल प्रभारी और नगर पंचायत के कर्मचारियों को दी. जिस पर नगर पंचायत के कर्मचारी दमकल लेकर मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया.
पढ़ें- नगा शांति समझौता खतरे में, पक्षकार ने कहा- अब युद्धविराम निरर्थक
लापरवाही के साथ किया जा रहा था काम
राइस मिल के प्रभारी संतोष त्रिपाठी ने बताया कि इस राइस मिल को 5 पहले बिलासपुर के ठेकेदार ने लीज पर लिया था, लेकिन इसके बाद भी यह राइस मिल बंद पड़ी हुई थी. वहीं 2 दिन पहले ही ठेकेदार ने सामान लाया. कर्मचारी ऑक्सीजन गैस कटर की सहायता से वहां लगे लोहे के सामानों को काट रहे थे, इस दौरान आग लग गई. जिस तरह से राइस मिल में लोहे को काटने का काम किया जा रहा था, वह लापरवाही भरा था. उनके पास सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए थे, जिससे यह हादसा हुआ.
आसपास रिहायशी इलाका
वहीं राइस मिल के आसपास रिहायशी एरिया है, जहां काफी लोग रहते हैं. कर्मचारी जिस जगह पर काम कर रहे थे, उससे कुछ ही दूरी पर ऑक्सीजन के सिलेंडर भी रखे हुए थे. अगर आग की लपटें ऑक्सीजन सिलेंडरों तक पहुंचती, तो बड़ा भीषण हादसा हो सकता था. फिलहाल आग पर काबू पा लिया गया है.