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ETV भारत की खबर का असर: सभी सरकारी अस्पतालों में पहुंचा एंटी रेबीज इंजेक्शन

जिला अस्पतालों में एंटी रेबिज नहीं होने की खबर 'ईटीवी भारत' पर दिखाए जाने के बाद कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने गंभीरता दिखाते हुए मामले को लेकर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से नाराजगी जताई थी. इसके बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई की गई.

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Published : May 3, 2019, 2:18 PM IST

Updated : May 3, 2019, 6:59 PM IST

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मुंगेली: जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबिज इंजेक्शन को लेकर ईटीवी भारत के खुलासे का बड़ा असर हुआ है. खबर दिखाए जाने के बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई के साथ उप संचालक (भंडार) संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ की ओर से प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों को लेटर जारी कर एंटी रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध कराने को कहा कहा गया है.

Etv Bharat News empact

स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों से संपर्क साधकर एंटी रेबीज इंजेक्शन की पूर्ति करने को कहा गया है. मामले में ईटीवी भारत ने प्रमुखता से खबर दिखाने के साथ कई अहम खुलासे किये थे. जिसके बाद प्रदेश स्तर पर मामले को संज्ञान में लिया गया और इसपर कार्रवाई की जा रही है.

इन जगहों पर हुई सप्लाई
अस्पतालों में एंटी रेबिज नहीं होने की खबर 'ईटीवी भारत' पर दिखाए जाने के बाद कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने गंभीरता दिखाते हुए मामले को लेकर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से नाराजगी जताई थी. जिसके बाद सीएमएचओ ने ऊपर के अधिकारियों से संपर्क कर एंटी रेबीज वैक्सीन की मांग की थी. इसके बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई की गई. वर्तमान में सभी सरकारी अस्पताल जिसमें मुंगेली के अलावा लोरमी और पथरिया शामिल हैं. इन जगहों पर दस-दस एंटी रेबीज इंजेक्शन सप्लाई किए गए हैं.

इन जिलों को यहां मिलेंगे वैक्सीन
29 अप्रैल को उप संचालक (भंडार) संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ की ओर से सभी सीएमएचओ को एक लेटर जारी किया गया है. जिसमें जिन जिलों में एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है उन्हें निकट के जिलों में समन्वय स्थापित कर वैक्सीन की आपूर्ति करने की बात कही गई है. इस शासकीय आदेश में उप संचालक (भंडार) ने यह माना है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुंगेली, कबीरधाम और बेमेतरा जिले में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी है. ऐसे में इन जिलों को निकटवर्ती उपलब्ध जिलों से संपर्क कर एंटी रेबीज इंजेक्शन की आपूर्ति करने की बात कही गई है. आदेश के मुताबिक मुंगेली जिले को बलौदा बाजार से जबकि बेमेतरा जिले को कोंडागांव और कबीरधाम जिले को जगदलपुर के सरकारी अस्पतालों से संपर्क साध कर एंटी रेबीज इंजेक्शन मंगाने की बात कही गई है.

जीवन रक्षक है वैक्सीन
कुत्ते के काटने पर जो रोग होता है उसे रेबीज कहते हैं. इस रोग से ग्रसित व्यक्ति के इलाज के अभाव में कुछ समय पश्चात उसकी मौत हो जाती है. ऐसे में इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन के 4 डोज लगाए जाते हैं. लेकिन बीते 2 महीने से जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं होने से आम लोगों को भटकने को मजबूर होना पड़ रहा था. वहीं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पैसे के अभाव में इस खतरनाक बीमारी के वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे. दूसरी तरफ निजी क्षेत्रों के मेडिकल संचालक इसकी कमी को देखते हुए इन्हें ऊंची कीमत पर भी बेच रहे हैं इसी समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने खबर दिखाई जिसके बाद प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और अब इसकी सप्लाई फिर से शुरू कर दी गई है.

मुंगेली: जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबिज इंजेक्शन को लेकर ईटीवी भारत के खुलासे का बड़ा असर हुआ है. खबर दिखाए जाने के बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई के साथ उप संचालक (भंडार) संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ की ओर से प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों को लेटर जारी कर एंटी रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध कराने को कहा कहा गया है.

Etv Bharat News empact

स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों से संपर्क साधकर एंटी रेबीज इंजेक्शन की पूर्ति करने को कहा गया है. मामले में ईटीवी भारत ने प्रमुखता से खबर दिखाने के साथ कई अहम खुलासे किये थे. जिसके बाद प्रदेश स्तर पर मामले को संज्ञान में लिया गया और इसपर कार्रवाई की जा रही है.

इन जगहों पर हुई सप्लाई
अस्पतालों में एंटी रेबिज नहीं होने की खबर 'ईटीवी भारत' पर दिखाए जाने के बाद कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने गंभीरता दिखाते हुए मामले को लेकर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से नाराजगी जताई थी. जिसके बाद सीएमएचओ ने ऊपर के अधिकारियों से संपर्क कर एंटी रेबीज वैक्सीन की मांग की थी. इसके बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई की गई. वर्तमान में सभी सरकारी अस्पताल जिसमें मुंगेली के अलावा लोरमी और पथरिया शामिल हैं. इन जगहों पर दस-दस एंटी रेबीज इंजेक्शन सप्लाई किए गए हैं.

इन जिलों को यहां मिलेंगे वैक्सीन
29 अप्रैल को उप संचालक (भंडार) संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ की ओर से सभी सीएमएचओ को एक लेटर जारी किया गया है. जिसमें जिन जिलों में एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है उन्हें निकट के जिलों में समन्वय स्थापित कर वैक्सीन की आपूर्ति करने की बात कही गई है. इस शासकीय आदेश में उप संचालक (भंडार) ने यह माना है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुंगेली, कबीरधाम और बेमेतरा जिले में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी है. ऐसे में इन जिलों को निकटवर्ती उपलब्ध जिलों से संपर्क कर एंटी रेबीज इंजेक्शन की आपूर्ति करने की बात कही गई है. आदेश के मुताबिक मुंगेली जिले को बलौदा बाजार से जबकि बेमेतरा जिले को कोंडागांव और कबीरधाम जिले को जगदलपुर के सरकारी अस्पतालों से संपर्क साध कर एंटी रेबीज इंजेक्शन मंगाने की बात कही गई है.

जीवन रक्षक है वैक्सीन
कुत्ते के काटने पर जो रोग होता है उसे रेबीज कहते हैं. इस रोग से ग्रसित व्यक्ति के इलाज के अभाव में कुछ समय पश्चात उसकी मौत हो जाती है. ऐसे में इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन के 4 डोज लगाए जाते हैं. लेकिन बीते 2 महीने से जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं होने से आम लोगों को भटकने को मजबूर होना पड़ रहा था. वहीं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पैसे के अभाव में इस खतरनाक बीमारी के वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे. दूसरी तरफ निजी क्षेत्रों के मेडिकल संचालक इसकी कमी को देखते हुए इन्हें ऊंची कीमत पर भी बेच रहे हैं इसी समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने खबर दिखाई जिसके बाद प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और अब इसकी सप्लाई फिर से शुरू कर दी गई है.

Intro:ख़बर का असर: जिले के सरकारी अस्पतालों में पहुंचा रेबीज का इंजेक्शन,ख़बर दिखाए जाने के बाद जारी हुआ ये आदेश


Body:मुंगेली- जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटीरेबिज इंजेक्शन को लेकर किये गए ईटीवी भारत के खुलासे का बड़ा असर हुआ है।ख़बर दिखाए जाने के बाद न सिर्फ जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटीरेबिज के इंजेक्शन सप्लाई किये गए हैं।बल्कि इस मामले को संज्ञान लेते हुए उपसंचालक (भंडार) संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ की ओर से पूरे प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारियों को लेटर जारी कर जिन जिलों में एंटी रेबीज के इंजेक्शन उपलब्ध नही हैं। उन्हें प्रदेश के कुछ उन जिलों से संपर्क साधकर एंटी रेबीज इंजेक्शन की पूर्ति करने को कहा गया है।गौरतलब है कि इस मामले में "7 लाख से अधिक आबादी वाले इस जिले में रेबीज का कैसे होगा इलाज जब अस्पताल हैं ठन-ठन गोपाल" नाम के शीर्षक के साथ ईटीवी भारत ने ख़बर दिखाई थी।जिसके बाद पूरे प्रदेश स्तर पर इसे संज्ञान में लेकर कार्रवाई की जा रही है।
इन जगहों पर हुई सप्लाई
इस पूरे मामले की खबर दिखाए जाने के बाद जिले के कलेक्टर डॉक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने इसे बेहद ही गंभीरता से लिया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मुंगेली कलेक्टर ने इस मामले को लेकर जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी से पूछताछ कर अपनी नाराजगी भी जताई. जिसके बाद जिले के सीएमएचओ ने ऊपर के अधिकारियों से संपर्क साध कर एंटी रेबीज वैक्सीन की मांग की. जिसके बाद जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन की सप्लाई की गई. वर्तमान में सभी सरकारी अस्पताल जिसमें मुंगेली के अलावा लोरमी और पथरिया शामिल है इन जगहों पर दस-दस एंटी रेबीज इंजेक्शन के डोज सप्लाई किए गए हैं.यहां ये बताना लाजिमी है कि जिले के कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे खुद भी एक डॉक्टर हैं।वहीं इस मामले की गंभीरता को समझते हुए उन्होंने इस पर तत्काल एक्शन लेते हुए जिम्मेदार अधिकारियों को तलब कर फटकार भी लगायी।
इन जिलों को यहां मिलेंगे वैक्सीन
उपसंचालक (भंडार) संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं छत्तीसगढ़ की ओर से सभी सीएमएचओ को जारी लेटर की कॉपी भी ईटीवी भारत के पास है. 29 अप्रैल को जारी हुई इस शासकीय पत्र में जिन जिलों में एंटी रेबीज इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है उन्हें निकट के जिलों में समन्वय स्थापित कर वैक्सीन की आपूर्ति करने की बात कही गई है। इस शासकीय आदेश में उप संचालक भंडार ने यह माना है कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुंगेली, कबीरधाम और बेमेतरा जिले में एंटी रेबीज इंजेक्शन की कमी है. ऐसे में इन जिलों को निकटवर्ती उपलब्ध जिलों से संपर्क कर एंटी रेबीज इंजेक्शन की आपूर्ति करने की बात कही गई है. आदेश के मुताबिक मुंगेली जिले को बलौदा बाजार से जबकि बेमेतरा जिले को कोंडागांव और कबीरधाम जिले को जगदलपुर के सरकारी अस्पतालों से संपर्क साध कर एंटी रेबीज इंजेक्शन मंगाने की बात कहीं गई है।
जीवन रक्षक है वैक्सीन
कुत्ते के काटने पर जो रोग होता है उसे रेबीज कहते हैं. इस रोग से ग्रसित व्यक्ति के इलाज के अभाव में कुछ समय पश्चात उसकी मौत हो जाती है. ऐसे में इस खतरनाक बीमारी से बचाव के लिए एंटी रेबीज इंजेक्शन के 4 डेज लगाए जाते हैं. लेकिन बीते 2 महीने से जिले के सरकारी अस्पतालों में एंटी रेबीज इंजेक्शन नहीं होने से आम जनों को भटकने को मजबूर होना पड़ रहा था. वहीं आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को पैसे के अभाव में इस खतरनाक बीमारी के वैक्सीन उपलब्ध नहीं हो पा रहे थे. दूसरी तरफ निजी क्षेत्रों के मेडिकल संचालक इसकी कमी को देखते हुए इन्हें ऊंची कीमतों पर भी बेच रहे हैं इसी समस्या को लेकर ईटीवी भारत ने ख़बर दिखाई जिसके बाद प्रदेश का स्वास्थ्य महकमा हरकत में आया और अब इसकी सप्लाई फिर से शुरू हुई हैं।


Conclusion:बाइट-1- डॉ जिस दाऊ (बीएमओ,लोरमी)

रिपोर्ट- शशांक दुबे,ईटीवी भारत मुंगेली
Last Updated : May 3, 2019, 6:59 PM IST
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