मुंगेली : लोरमी जिला सहकारी बैंक में 14 बैगा आदिवासियों के नाम से हुए 35 लाख के फर्जीवाड़ा मामले में तत्कालीन बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लोरमी थाना पुलिस ने आरोपी तत्कालीन बैंक मैनेजर रविकांत वैष्णव को बिलासपुर के सीपत इलाके से गिरफ्तार किया.आरोपी बैंक मैनेजर रविकांत वैष्णव कोरबा का रहने वाला है.वर्तमान में इसकी पदस्थापना सीपत के धनियामाला शाखा में है. जिसे पुलिस ने सीपत स्थित बैंक से गिरफ्तार कर लाया है. Cooperative bank manager arrested
क्या है पूरा मामला : लोरमी थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019 - 20 में लोरमी के खुड़िया क्षेत्र में रहने वाले 14 बैगा आदिवासियों के नाम से बिचौलियों के साथ मिलीभगत कर 3 तत्कालीन बैंक मैनेजर ने बड़े फर्जीवाड़े की घटना को अंजाम दिया था. 14 बैगा आदिवासियों के नाम से बगैर पंजीयन के ही इनके खातों से न सिर्फ खुड़िया धान खरीदी केंद्र में धान की बिक्री की गई बल्कि बैंक खातों से लगभग 22 लाख 71 हजार रुपये धान बिक्री की राशि, 8 लाख रुपये बोनस का राशि और लगभग 5 लाख 22 हजार रुपये केसीसी लोन निकाल लिया गया. पूरे मामले की शिकायत पीड़ित 14 बैगा आदिवासियों ने कलेक्टर से (embezzling lakhs in Mungeli)की . जिस पर तत्कालीन कलेक्टर के निर्देश पर एक जांच टीम का गठन किया गया था.
मुंगेली में लाखों का गबन करने वाला सहकारी बैंक मैनेजर अरेस्ट - कलेक्टर राहुल देव
mungeli crime news मुंगेली जिले के लोरमी जिला सहकारी बैंक फर्जीवाड़ा मामले में तत्कालीन बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी बैंक मैनेजर ने बैगा आदिवासियों के नाम से 35 लाख से अधिक का घोटाला किया है.
मुंगेली : लोरमी जिला सहकारी बैंक में 14 बैगा आदिवासियों के नाम से हुए 35 लाख के फर्जीवाड़ा मामले में तत्कालीन बैंक मैनेजर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. लोरमी थाना पुलिस ने आरोपी तत्कालीन बैंक मैनेजर रविकांत वैष्णव को बिलासपुर के सीपत इलाके से गिरफ्तार किया.आरोपी बैंक मैनेजर रविकांत वैष्णव कोरबा का रहने वाला है.वर्तमान में इसकी पदस्थापना सीपत के धनियामाला शाखा में है. जिसे पुलिस ने सीपत स्थित बैंक से गिरफ्तार कर लाया है. Cooperative bank manager arrested
क्या है पूरा मामला : लोरमी थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2019 - 20 में लोरमी के खुड़िया क्षेत्र में रहने वाले 14 बैगा आदिवासियों के नाम से बिचौलियों के साथ मिलीभगत कर 3 तत्कालीन बैंक मैनेजर ने बड़े फर्जीवाड़े की घटना को अंजाम दिया था. 14 बैगा आदिवासियों के नाम से बगैर पंजीयन के ही इनके खातों से न सिर्फ खुड़िया धान खरीदी केंद्र में धान की बिक्री की गई बल्कि बैंक खातों से लगभग 22 लाख 71 हजार रुपये धान बिक्री की राशि, 8 लाख रुपये बोनस का राशि और लगभग 5 लाख 22 हजार रुपये केसीसी लोन निकाल लिया गया. पूरे मामले की शिकायत पीड़ित 14 बैगा आदिवासियों ने कलेक्टर से (embezzling lakhs in Mungeli)की . जिस पर तत्कालीन कलेक्टर के निर्देश पर एक जांच टीम का गठन किया गया था.