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फर्जी पत्रकार बन फॉरेस्ट रेंजर को सीबीआई जांच की धमकी देकर वसूले 1 करोड़ 40 लाख - fraud with forest ranger in Mungeli

वन अफसर से सीबीआई के नाम पर ब्लैकमेलिंग कर 1 करोड़ 40 लाख रुपये की उगाही करने वाले एक वेब पोर्टल के तथाकथित पत्रकार और उसकी कथित महिला मित्र को मुंगेली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. केस में तीसरा मास्टरमाइंड अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर है. जिसकी पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है.

Cheating of 1 crore 40 lakh by fake journalist in name of cbi in mungali
आरोपी गिरफ्तार
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Published : Feb 4, 2021, 9:50 PM IST

Updated : Feb 4, 2021, 10:01 PM IST

मुंगेली: मुंगेली फॉरेस्ट रेंजर से ब्लैकमेलिंग कर 1 करोड़ 40 लाख रुपये की रकम वसूलने वाले दो कथित पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मुंगेली रेंजर सीआर नेताम की शिकायत पर पुलिस ने दोनों को पकड़ा है. आरोप है, रेंजर को घोटाले में फंसाने और CBI जांच के नाम पर पत्रकार और उसकी कथित महिला मित्र ब्लैकमेल कर रही थी.

मुंगेली में फॉरेस्ट रेंजर से ठगी

ये है पूरा मामला

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 3 जनवरी को रेंजर सीआर नेताम ने सिटी कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि एक वेब पोर्टल का रिपोर्टर बनकर एक तथाकथित पत्रकार परमवीर मरहास और उसकी कथित महिला मित्र वर्षा तिवारी उससे 1 करोड़ 40 लाख रुपये की अवैध वसूली कर चुके हैं. ये वसूली इन्होंने सीबीआई जांच के नाम पर की है. इसके बाद भी ये तथाकथित पत्रकार और रुपये की मांग कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुंगेली सिटी कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की. इस दौरान मुंगेली एसपी के निर्देश पर टीम ने कथित पत्रकार परमवीर मरहास और वर्षा तिवारी को गिरफ्तार कर जब उनसे पूछताछ की तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया.

पढ़ें- पुलिसकर्मी बनकर सेल्समैन से 31 हजार रुपये की उठाईगिरी

आरोपियों ने पुलिस को दिया ये बयान

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मई 2019 में सरताज ईरानी ने बताया कि रतनपुर रेंज में पदस्थ रेंजर सीआर नेताम भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिसे डराने-धमकाने पर उससे रकम की उगाही की जा सकती है. सरताज की बातों में आकर तीनों ने मिलकर प्लान बनाते हुए रेंजर सीआर नेताम से दोनों तथाकथित पत्रकारों ने मुलाकात की. इसके बाद भ्रष्टाचार को उजागर करने और सीबाआई की कार्रवाई का भय दिखाकर अंडमान निकोबार के जेल भेजने और पूरे परिवार को बर्बाद कर देने की बात कही. जिसके बाद पूरे मामले के एवज में 1 करोड़ 40 लाख रुपये देने की बात कही. आरोपियों ने किश्त-किश्त में रेंजर से 1 करोड़ 40 लाख रुपये की उगाही की. इतने से भी मन नहीं भरने पर आरोपियों ने एक बार फिर रेंजर को पैसे देने के लिए दबाव बनाने लगे. जिससे तंग आकर रेंजर ने पूरे मामले की शिकायत मुंगेली के सिटी कोतवाली में की. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को जाल बिछाकर गिरफ्तार किया.

पढ़ें- चोरी के अलग-अलग मामलों में 4 आरोपी गिरफ्तार

आरोपियों के पास से बरामद हुआ सामान

आरोपियों के पास से पुलिस ने 8 लाख 15 हजार नकद, एक स्विफ्ट कार, एक सफारी कार, बुलेट और एक्टिवा गाड़ी समेत सोने-चांदी के जेवर मिलाकर लगभग 25 लाख 50 हजार के सामान जब्त कर लिए हैं. पूरे घटना का मास्टरमाइंड सरताज ईरानी घटना के बाद से फरार है. जिसके खिलाफ केस दर्ज कर उसकी खोजबीन की जा रही है.

मास्टरमाइंड हुआ फरार

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सरताज ईरानी ने परमवीर और वर्षा से कहा था कि जितनी भी रकम की वसूली की जायेगी, उसकी 60 प्रतिशत राशि वो खुद रखेगा. जबकि 40 फीसदी रकम दोनों कथित पत्रकारों को मिलेगा. पुलिस ने दोनों कथित पत्रकारों को पकड़ने के बाद सरताज ईरानी को भी दबोचने का प्लान बनाया था, लेकिन ऐन मौके से वो फरार हो गया.

मुंगेली: मुंगेली फॉरेस्ट रेंजर से ब्लैकमेलिंग कर 1 करोड़ 40 लाख रुपये की रकम वसूलने वाले दो कथित पत्रकार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. मुंगेली रेंजर सीआर नेताम की शिकायत पर पुलिस ने दोनों को पकड़ा है. आरोप है, रेंजर को घोटाले में फंसाने और CBI जांच के नाम पर पत्रकार और उसकी कथित महिला मित्र ब्लैकमेल कर रही थी.

मुंगेली में फॉरेस्ट रेंजर से ठगी

ये है पूरा मामला

पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते 3 जनवरी को रेंजर सीआर नेताम ने सिटी कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया कि एक वेब पोर्टल का रिपोर्टर बनकर एक तथाकथित पत्रकार परमवीर मरहास और उसकी कथित महिला मित्र वर्षा तिवारी उससे 1 करोड़ 40 लाख रुपये की अवैध वसूली कर चुके हैं. ये वसूली इन्होंने सीबीआई जांच के नाम पर की है. इसके बाद भी ये तथाकथित पत्रकार और रुपये की मांग कर रहे हैं. मामले की गंभीरता को देखते हुए मुंगेली सिटी कोतवाली पुलिस ने केस दर्ज करते हुए जांच शुरू की. इस दौरान मुंगेली एसपी के निर्देश पर टीम ने कथित पत्रकार परमवीर मरहास और वर्षा तिवारी को गिरफ्तार कर जब उनसे पूछताछ की तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल लिया.

पढ़ें- पुलिसकर्मी बनकर सेल्समैन से 31 हजार रुपये की उठाईगिरी

आरोपियों ने पुलिस को दिया ये बयान

आरोपियों ने पुलिस को बताया कि मई 2019 में सरताज ईरानी ने बताया कि रतनपुर रेंज में पदस्थ रेंजर सीआर नेताम भ्रष्टाचार में लिप्त है. जिसे डराने-धमकाने पर उससे रकम की उगाही की जा सकती है. सरताज की बातों में आकर तीनों ने मिलकर प्लान बनाते हुए रेंजर सीआर नेताम से दोनों तथाकथित पत्रकारों ने मुलाकात की. इसके बाद भ्रष्टाचार को उजागर करने और सीबाआई की कार्रवाई का भय दिखाकर अंडमान निकोबार के जेल भेजने और पूरे परिवार को बर्बाद कर देने की बात कही. जिसके बाद पूरे मामले के एवज में 1 करोड़ 40 लाख रुपये देने की बात कही. आरोपियों ने किश्त-किश्त में रेंजर से 1 करोड़ 40 लाख रुपये की उगाही की. इतने से भी मन नहीं भरने पर आरोपियों ने एक बार फिर रेंजर को पैसे देने के लिए दबाव बनाने लगे. जिससे तंग आकर रेंजर ने पूरे मामले की शिकायत मुंगेली के सिटी कोतवाली में की. जिसके बाद पुलिस ने आरोपियों को जाल बिछाकर गिरफ्तार किया.

पढ़ें- चोरी के अलग-अलग मामलों में 4 आरोपी गिरफ्तार

आरोपियों के पास से बरामद हुआ सामान

आरोपियों के पास से पुलिस ने 8 लाख 15 हजार नकद, एक स्विफ्ट कार, एक सफारी कार, बुलेट और एक्टिवा गाड़ी समेत सोने-चांदी के जेवर मिलाकर लगभग 25 लाख 50 हजार के सामान जब्त कर लिए हैं. पूरे घटना का मास्टरमाइंड सरताज ईरानी घटना के बाद से फरार है. जिसके खिलाफ केस दर्ज कर उसकी खोजबीन की जा रही है.

मास्टरमाइंड हुआ फरार

पुलिस की पूछताछ में पता चला है कि सरताज ईरानी ने परमवीर और वर्षा से कहा था कि जितनी भी रकम की वसूली की जायेगी, उसकी 60 प्रतिशत राशि वो खुद रखेगा. जबकि 40 फीसदी रकम दोनों कथित पत्रकारों को मिलेगा. पुलिस ने दोनों कथित पत्रकारों को पकड़ने के बाद सरताज ईरानी को भी दबोचने का प्लान बनाया था, लेकिन ऐन मौके से वो फरार हो गया.

Last Updated : Feb 4, 2021, 10:01 PM IST
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