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लोरमी नगर पंचायत बना राजनीति का अखाड़ा, बीजेपी पार्षद ने दिया PIC से इस्तीफा

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Published : Aug 26, 2022, 7:11 PM IST

मुंगेली के लोरमी नगर पंचायत में एक बार फिर सियासत गर्माई है.एक तरफ नगर पंचायत अध्यक्ष के खिलाफ पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है.वहीं दूसरी तरफ पीआईसी मेंबर से बीजेपी पार्षद ने इस्तीफा दे दिया है.

BJP councilor resigns from PIC Lormi Nagar Panchayat mungeli
लोरमी नगर पंचायत बना राजनीति का अखाड़ा

मुंगेली : जिले के लोरमी नगर पंचायत (Lormi Nagar Panchayat mungeli) के सभापति ने पीआईसी मेंबर की सदस्यता पद से इस्तीफा दे दिया (BJP councilor resigns from PIC) है. इस्तीफा देने वाले सदस्य भाजपा के पार्षद रिक्की सलूजा हैं. जो वार्ड क्रमांक 6 से चुनकर आए हैं.अध्यक्ष के नाम सौंपे अपने इस्तीफे में पार्षद ने व्यक्तिगत कारणों से अपने दायित्वों का ठीक तरह से निर्वहन नही कर पाने को वजह बताया है.

अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव : लोरमी नगर पंचायत में मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला के खिलाफ 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने हाईकोर्ट से 4 सप्ताह का स्टे लिया है. कलेक्टर के यहां से अविश्वास प्रस्ताव मामले पर 24 अगस्त को सम्मिलन बुलाने का आदेश भी जारी हो गया था. लेकिन ठीक एक दिन पहले कोर्ट से स्टे मिलने से प्रस्ताव टल गया.वहीं जिन 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. उनमें से एक पार्षद वार्ड क्रमांक 06 के रिक्की सलूजा पीआईसी मेंबर भी हैं. ऐसे में एक तरफ अविश्वास का प्रस्ताव लाना और दूसरी तरफ प्रेसिडेंट इन कौंसिल के सदस्य के तौर पर काम करने से कई सवाल भी उठ रहे थे. जिसके कारण पार्षद रिक्की सलूजा ने इस्तीफा दिया.

कैसी है नगर पंचायत की स्थिति : लोरमी नगर पंचायत के 15 वार्डों में से 6 पर कांग्रेस, 5 पर भाजपा जबकि 4 पर जेसीसीजे का कब्जा है. मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला जेसीसीजे से चुनकर आईं हैं. ढाई साल पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के क्रास वोटिंग के कारण कम सीट होने के बावजूद जेसीसीजे की अध्यक्ष यहां से निर्वाचित हुई थीं.


कैसे बदला समीकरण : लोरमी नगर पंचायत में इन दिनों राजनीतिक संकट गहराया हुआ है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस और खुद उनकी ही पार्टी के ज्यादातर पार्षद नाराज बताए जा रहे हैं. उनकी पार्टी के बाहरी नेताओं की दखल चुनें हुए जनप्रतिनिधियों को रास नही आ रही है. यही वजह है कि नाराज पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं.

पहले भी हो चुका है इस्तीफा: गौरतलब है कि लोरमी नगर पंचायत में 3 अगस्त 2021 को भी दो सदस्यों नें प्रेसिडेंट इन कौसिंल से इस्तीफा दिया था. उस समय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के सभापति सालिकराम बंजारे (कांग्रेस) और सामान्य प्रशासन विभाग की सभापति सीमा मनीष त्रिपाठी (जेसीसीजे) ने इस्तीफा दिया था. हालांकि तब अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी की नाराज सदस्य सीमा मनीष त्रिपाठी का इस्तीफा स्वीकार्य कर लिया था. जबकि कांग्रेस के सालिकराम बंजारे का इस्तीफा अस्वीकार करते हुए किसी तरह मान मनौव्वल कर मनाया था. सीमा मनीष त्रिपाठी के इस्तीफे के बाद भाजपा के पार्षद रिक्की सलूजा को नया पीआईसी मेंबर बनाया गया था.

कौन होगा नया सदस्य: मौजूदा समय में जिस तरह से नगर पंचायत की सियासत गर्मायी हुई है. उसे देखते हुए पीआईसी में किस पार्टी के पार्षद की एंट्री होती है ये देखना बेहद रोचक होगा. क्योंकि भाजपा के 5 पार्षद खुलकर अध्यक्ष का विरोध कर रहे हैं तो वहीं उनके पक्ष में कुछ जेसीसीजे और कांग्रेस के पार्षद भी पीछे से खड़े हुए हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा की पीआईसी के 5 सदस्यीय टीम में नया सदस्य कौन होता है.

मुंगेली : जिले के लोरमी नगर पंचायत (Lormi Nagar Panchayat mungeli) के सभापति ने पीआईसी मेंबर की सदस्यता पद से इस्तीफा दे दिया (BJP councilor resigns from PIC) है. इस्तीफा देने वाले सदस्य भाजपा के पार्षद रिक्की सलूजा हैं. जो वार्ड क्रमांक 6 से चुनकर आए हैं.अध्यक्ष के नाम सौंपे अपने इस्तीफे में पार्षद ने व्यक्तिगत कारणों से अपने दायित्वों का ठीक तरह से निर्वहन नही कर पाने को वजह बताया है.

अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव : लोरमी नगर पंचायत में मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला के खिलाफ 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. जिस पर नगर पंचायत अध्यक्ष ने हाईकोर्ट से 4 सप्ताह का स्टे लिया है. कलेक्टर के यहां से अविश्वास प्रस्ताव मामले पर 24 अगस्त को सम्मिलन बुलाने का आदेश भी जारी हो गया था. लेकिन ठीक एक दिन पहले कोर्ट से स्टे मिलने से प्रस्ताव टल गया.वहीं जिन 5 भाजपा पार्षदों नें अविश्वास प्रस्ताव लगाया है. उनमें से एक पार्षद वार्ड क्रमांक 06 के रिक्की सलूजा पीआईसी मेंबर भी हैं. ऐसे में एक तरफ अविश्वास का प्रस्ताव लाना और दूसरी तरफ प्रेसिडेंट इन कौंसिल के सदस्य के तौर पर काम करने से कई सवाल भी उठ रहे थे. जिसके कारण पार्षद रिक्की सलूजा ने इस्तीफा दिया.

कैसी है नगर पंचायत की स्थिति : लोरमी नगर पंचायत के 15 वार्डों में से 6 पर कांग्रेस, 5 पर भाजपा जबकि 4 पर जेसीसीजे का कब्जा है. मौजूदा अध्यक्ष अंकिता रवि शुक्ला जेसीसीजे से चुनकर आईं हैं. ढाई साल पहले हुए नगरीय निकाय चुनाव में भाजपा-कांग्रेस के क्रास वोटिंग के कारण कम सीट होने के बावजूद जेसीसीजे की अध्यक्ष यहां से निर्वाचित हुई थीं.


कैसे बदला समीकरण : लोरमी नगर पंचायत में इन दिनों राजनीतिक संकट गहराया हुआ है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि अध्यक्ष के खिलाफ कांग्रेस और खुद उनकी ही पार्टी के ज्यादातर पार्षद नाराज बताए जा रहे हैं. उनकी पार्टी के बाहरी नेताओं की दखल चुनें हुए जनप्रतिनिधियों को रास नही आ रही है. यही वजह है कि नाराज पार्षद अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं.

पहले भी हो चुका है इस्तीफा: गौरतलब है कि लोरमी नगर पंचायत में 3 अगस्त 2021 को भी दो सदस्यों नें प्रेसिडेंट इन कौसिंल से इस्तीफा दिया था. उस समय स्वास्थ्य एवं चिकित्सा विभाग के सभापति सालिकराम बंजारे (कांग्रेस) और सामान्य प्रशासन विभाग की सभापति सीमा मनीष त्रिपाठी (जेसीसीजे) ने इस्तीफा दिया था. हालांकि तब अध्यक्ष ने अपनी ही पार्टी की नाराज सदस्य सीमा मनीष त्रिपाठी का इस्तीफा स्वीकार्य कर लिया था. जबकि कांग्रेस के सालिकराम बंजारे का इस्तीफा अस्वीकार करते हुए किसी तरह मान मनौव्वल कर मनाया था. सीमा मनीष त्रिपाठी के इस्तीफे के बाद भाजपा के पार्षद रिक्की सलूजा को नया पीआईसी मेंबर बनाया गया था.

कौन होगा नया सदस्य: मौजूदा समय में जिस तरह से नगर पंचायत की सियासत गर्मायी हुई है. उसे देखते हुए पीआईसी में किस पार्टी के पार्षद की एंट्री होती है ये देखना बेहद रोचक होगा. क्योंकि भाजपा के 5 पार्षद खुलकर अध्यक्ष का विरोध कर रहे हैं तो वहीं उनके पक्ष में कुछ जेसीसीजे और कांग्रेस के पार्षद भी पीछे से खड़े हुए हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा की पीआईसी के 5 सदस्यीय टीम में नया सदस्य कौन होता है.

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