मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : कोरिया और एमसीबी जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 1 नम्बर से शुरु हो गई है. जानकारी मुताबिक इस साल पंजीकृत किसानों की संख्या 22 हजार 282 है. जबकि उत्पादित धान रकबा लगभग 29 हजार 771 हेक्टेयर है. वहीं धान खरीदी के लिए 22 उपार्जन केन्द्र बनाए गए हैं. इन उपार्जन केन्द्रों में अब तक 98 हजार 920 क्विंटल धान की खरीदी हो चुकी है.
कहां कितनी हुई धान खरीदी ?: जानकारी के अनुसार धान उपार्जन केंद्र गिरजापुर में 9092, चिरमी में 3591, बंजारीड़ांड में 898, छिन्दडांड में 3341, जामपारा में 5663, जिल्दा में 3173, रतनपुर में 259, झरनापारा में 3421, छिदिंया में 5922, तरगवां में 5058, धौराटिकरा में 3612, पटना में 18664, पोंडी में 8906, बडेकलुआ में 1547, बैमा में 5250, अकलासरई में 347, रजौली में 2331, सरभोका में 9548, सलबा में 3142, कटगोडी में 2674 तथा सोनहत में 2472 क्विंटल का धान खरीदी पंजीकृत किसानों से की गई है.
धान उपार्जन केंद्रों में बारिश से बचने के संसाधन : मौसम को देखते हुए सभी उपार्जन केन्द्रों में धान को बारिश से बचाकर रखने के लिए तिरपाल की व्यवस्था की गई है. यदि बारिश की वजह से कोई किसान निर्धारित तिथि में धान नहीं ला पाता है तो उसका टोकन आगे के दिन के लिए फिर से काटा जाएगा. सभी उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में तिरपाल, कैप कव्हर की व्यवस्था की गई है. खाद्य अधिकारियों एवं उपार्जन केन्द्र प्रभारियों को निर्धारित नमी वाले धान, मानक एवं गुणवत्ता युक्त धान की खरीदी के लिए निर्देशित किया गया है.
धान खरीदी में धांधली रोकने के लिए सिस्टम मजबूत : कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर के सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी का काम सही तरीके से चल रहा है. कुल 12 समीतियों के 24 उपार्जन केन्द्रों में अब तक 13 हजार 121 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है.सर्वाधिक धान की खरीदी जिले के केल्हारी में हुई है. सभी उपार्जन केन्द्रों में नोडल अधिकारियों एवं ट्रस्टेड पर्सन की नियुक्ति की जा चुकी है. उपार्जन केन्द्रों में बायोमिट्रिक डिवाइस से धान खरीदी की जा रही है.