मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान से 13 हाथियों के दल ने चूल गांव में दस्तक दी है. हाथी दल ने चूल गांव में हाथियों का आतंक तीसरे दिन भी जारी है.ग्राम पंचायत बड़वार के आश्रित ग्राम बड़काडोल में सोमवार रात 12 बजे हाथियों के दल ने एक ग्रामीण का घर तोड़ा है.जिससे घर में रखा सारा सामान बर्बाद हो गया.आपको बता दें कि हाथियों का समूह इन क्षेत्रों में मकान के साथ-साथ घर में रखे अनाज को भी नुकसान पहुंचा चुके हैं. लिहाजा अब ग्रामीण रतजगा करके अपनी जान बचा रहे हैं. 13 हाथियों के दल में दो नन्हे हाथी भी हैं. हाथियों के वन क्रमांक P 1031 में पहुंचने की सूचना है. ये मार्ग पहले भी हाथियों के आने-जाने का मार्ग रहा है.
किसानों की फसल हुई बर्बाद : एक दिन पहले ही हाथियों ने किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाया है. हाथी दल ने कदमझेरिया के किसान किट्टी बाई और मनमोहन नाम के किसानों की धान की फसल को नुकसान पहुंचाया है. जिसके बाद अब गांव के दूसरे किसान भी दहशत में हैं.पिछले कुछ दिनों से संजय गांधी टाइगर रिजर्व और गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान में हाथियों का दल घूम रहा है.हाथियों का ये दल जंगली रास्तों से होते हुए एमसीबी के गांव चूल पहुंचा. यहां किसानों ने धान की फसल लगाई है. हाथियों ने खेत में लगी धान की फसल को रौंद डाला. इसके बाद जब ग्रामीणों ने हाथियों को मौके से भगाने की कोशिश की तो हाथी धान के खेत से हटकर मक्के के खेत में घुस गए. जिसके कारण कई किसानों की मक्का की फसल बर्बाद हुई है.
वनविभाग ने हाथियों को खदेड़ा :हाथियों के क्षेत्र में होने की जानकारी वन विभाग को ग्रामीणों ने दी. जिसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और रात में किसी तरह से हाथियों को जंगल की तरफ खदेड़ा. वन परिक्षेत्राधिकारी जनकपुर राजाराम ने बताया कि हाथियों के मूवमेंट की जानकारी रखी जा रही है.
''हाथियों का 13 सदस्यीय दल है. यह दल बहरासी वनपरिक्षेत्र की ओर से ग्राम पंचायत बड़वार की ओर चले गए हैं. हम हाथियों के मूवमेंट की लगातार निगरानी कर रहे हैं. किसी भी तरह की जनहानि ना होने पाए, इसके लिये गांव में मुनादी करा दी गई है. ग्रामीणों को जंगलों की ओर ना जाने की सलाह दी जा रही है.''-राजाराम ,वनपरिक्षेत्राधिकारी
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क्यों गांव में आए हाथी ? : आपको बता दें कि जंगल में भोजन पानी की कमी होने के कारण इंसानी आबादी की ओर रुख करते हैं. ऐसे में हाथी फसलों को निशाना बनाते हैं. चूल गांव में भी हाथियों ने फसलों पर धावा बोला. वहीं अब वनविभाग ग्रामीणों को हाथियों से दूर रहने की सलाह दे रहा है. ग्रामीणों को फिलहाल जंगल नहीं जाने की हिदायत भी दी जा रही है.