मनेंद्रगढ़ भरतपुर चिरमिरी: जमीन फर्जीवाड़े को लेकर एमसीबी जिले में वर्तमान विधायक और पूर्व विधायक आमने सामने हैं. पूरा मामला मनेंद्रगढ़ में 22 एकड़ जमीन के फर्जीवाड़े का है. मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल ने रविवार को प्रेस वार्ता पर भाजपा के नेताओं और अधीकारियों द्वारा जमीन की फर्जी तरीके से रजिस्ट्री किये जाने के आरोप लगाया है.
क्या है पूरा मामला: यह लगभग 22 एकड़ 87 डिसमिल की जमीन खरीदी बिक्री का मामला है. यह केस अलग अलग कमिश्नर से लेकर राजस्व मंडल और हाईकोर्ट में चला. सभी पक्षों ने अपनी अपनी बात रखी थी. विधायक विनय जायसवाल का आरोप है कि राहुल सिंह और अन्य भाजपा नेता फर्जी तरीके से 22 एकड़ जमीन की रजिस्ट्री कराए है. इस फर्जीवाड़े में जो भी अधिकारी संलिप्त है, उन पर भी एफआईआर होगी. इसकी शिकायत उन्होंने उच्च अधिकारियों से की है. साथ ही राजस्व मंत्री और मुख़्यमंत्री से भी शिकायत करने की बात विनय जायसवाल कर रहे हैं.
जबरदस्ती जमीन की रजिस्ट्री कराने के आरोप: मनेंद्रगढ़ विधायक विनय जायसवाल का आरोप है कि, "भाजपा नेताओं और अधीकारियों के मिलीभगत से फर्जी तरीके से इस जमीन की रजिस्ट्री कराई गई है. जमीन का एक समय पर कब्जा पट्टा होता है. जिसके बाद जिनका जमीन था, उसको दिये गए कर्ज के वसूली के लिए बंधक बनाया गया और जबरदस्ती जमीन की रजिस्ट्री कराई."
जनता को गुमराह करने का लगाया आरोप: इस संबंध में जब भाजपा के पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल से पूछा गया, तो श्याम बिहारी का कहना है कि, "मेरे पास तो 2002 से दो-दो राइस मिल हैं. मेरे पिताजी किसानी का काम करते थे, मैं भी किसान था और जमीन जायदाद पुरखों से हमारे पास है. विधायक कार्यकाल में मैंने 10 एकड़ जमीन खरीदा था. जिसमें से 5 एकड़ मैंने बेच भी दिया था. उनको जो भी जांच कराना है, करा सकते हैं. अब तक क्या कर रहे हैं, कुछ करना था इनको, क्यों जांच और कार्रवाई नहीं किया. यह सिर्फ फिजूल की बातें कर रहे हैं. आम जनता को गुमराह करने का काम इनके द्वारा किया जा रहा है."
इस मामले में सबसे बड़ी बात यह है कि छत्तीसगढ़ में सरकार कांग्रेस की है और डॉक्टर विनय जायसवाल मनेंद्रगढ़ से कांग्रेसी विधायक हैं. फिर भी जमीन फर्जीवाड़ा को लेकर अभी तक पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल के खिलाफ केस दर्ज क्यों नहीं कराया गया. मामले के लेकर ना ही किसी प्रकार की जांच हो पाई है. क्या यह माना जाये कि चुनावी मुद्दों को लेकर एक दूसरे पर आरोप लगाया जा रहा है.