मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर : भरतपुर में आदिवासी भाई बहन को बंधक बनाकर मारपीट करने का मामला सामने आया है. दोनों का इलाज बचरापोड़ी के अस्पताल में चल रहा है.वहीं इस मामले में पुलिस की उदासीनता भी देखी गई. घटना की रिपोर्ट एक दिन बाद दूसरे थाने में दर्ज की गई.लेकिन अभी तक आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
क्या है मामला : खड़गवा थाना के बचरा पुलिस चौकी क्षेत्र की मोबाइल शॉप में आदिवासी युवती अपना मोबाइल ठीक कराने पहुंची थी.युवती अपने भाई के साथ स्कूल से रिजल्ट लेकर वापस लौट रही थी.लेकिन जिस मोबाइल शॉप में वो गई वहां के मालिक ने युवती को दुकान के नीचे कमरे में बंद कर लिया. इस दौरान दुकानदार की बीवी भी मौके पर पहुंची और युवती से मारपीट की.बहन जब काफी देर तक नहीं आई तो युवक दुकान में गया.जहां उसकी बहन के साथ दुकानदार जबरदस्ती कर रहा था.युवक ने जब इसका विरोध किया तो दोनों भाई बहनों पर पति पत्नी ने हमला कर दिया. आपको बता दें कि जिस पर ये आरोप लग रहे हैं वो उमेश ठाकुर है. वहीं फरार आरोपी उसकी पत्नी इंदू ठाकुर बीजेपी से जुड़ी है.
पांच घंटे बनाया बंधक, धुलवाएं कपड़े : मारपीट करने के बाद शाम पांच बजे से रात 10 बजे तक दोनों से आरोपियों ने घर का काम करवाया.पीड़ित युवती ने कपड़े और बर्तन धोए वहीं युवक से आरोपी ने जूते साफ करवाए.मारपीट में ज्यादा घायल होने के कारण जब युवती की तबीयत बिगड़ने लगी तो आरोपियों ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया और भाग गए.जहां से दोनों भाई बहन ने परिवार को घटना की जानकारी दी.
मोबाइल दुकान में पहुंची तो दुकानदार उमेश ठाकुर ने नीचे अपने घर चला गया और मुझे फोन कर बुलाया. मैं जब वहां पहुंची तो उमेश ठाकुर ने घर का दरवाजा बंद कर दिया और मेरे साथ बदतमीजी करने लगा. कुछ देर बाद उसकी पत्नी इंदू ठाकुर पहुंच गई. मेरे साथ मारपीट करने लगी. जब मेरा भाई वहां मुझे बचाने आया तो उसके सिर पर रॉड से हमला कर दिया. -पीड़ित युवती
थाने में बुलाकर राहुल जायसवाल और आरोपी की पत्नी इंदू ठाकुर ने कंप्रोमाइज के लिए दबाव बनाया था. उस वक्त आरोपी पति पत्नी थाने में मौजूद थे. -पीड़ित युवक
पुलिस भी बनीं रही उदासीन : घटना की शिकायत जब पीड़ित बचरा पुलिस के पास करने पहुंचे तो मामला थानेदार के नहीं होने के कारण दर्ज नहीं किया गया.इसके बाद खड़गवां थाने में दूसरे दिन पुलिस ने मामला दर्ज किया.फिर दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया.
आदिवासी लड़की के बयान पर मामला दर्ज किया गया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए आरोपी उमेश ठाकुर को तत्काल गिरफ्तार कर लिया और एट्रोसिटी एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. वहीं आरोपी उमेश ठाकुर की पत्नी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा. -विजय सिंह,खड़गवां थाना प्रभारी
इस मामले में पुलिस ने आरोपी उमेश ठाकुर को गिरफ्तार करके सलाखों के पीछे पहुंचाया है.वहीं आरोपी की पत्नी की तलाश पुलिस कर रही है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि जब आरोपी की पत्नी ने स्थानीय नेता की मदद से दोनों के मध्य सुलह कराने की कोशिश की तो उस वक्त उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया.इसमें कहीं ना कहीं पुलिस की भी लापरवाही है.