मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: इन दिनों पूरे छत्तीसगढ़ में हसदेव जंगल कटाई का विरोध हो रहा है. कई राजनीतिक दल ने भी इसका विरोध किया है. अब गोंगपा भी इस विरोध में शामिल हो गई है. हसदेव अभ्यारण को बचाने के लिए गोंडवाना गणतंत्र पार्टी सड़क पर उतर गई है. सरगुजा के हसदेव अभ्यारण में हो रही पेड़ों की कटाई के खिलाफ बुधवार को गोंगपा ने विरोध प्रदर्शन किया.
खतरे में पड़ जाएगी जैव विविधता: दरअसल, बुधवार को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के समर्थकों ने हसदेव जंगल कटाई के विरोध में सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. साथ ही कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि, "हसदेव के जंगल में पेड़ कटने से स्थानीय आदिवासियों की आजीविका प्रभावित होगी.जबकि हाथियों सहित वन्यजीव विस्थापित होंगे. जैव विविधता खतरे में पड़ जाएगी."
सरगुजा संभाग में जंगलों की कटाई हो रही है, जो अडानी अंबानी को देने का काम कर रहे हैं. इस पर तत्काल रोक लगाई जाए. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी का ही यह मुद्दा नहीं है बल्कि तमाम जीव जंतु जनमानस का मुद्दा है. कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी. अगर इसी तरह पेड़ कटेंगे तो हमारा सांस लेना मुश्किल हो जाएगा. -जगजीवन सिंह, किसान मोर्चा अध्यक्ष
गोंगपा का हसदेव जंगल कटाई का विरोध: वहीं, गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के संभागीय प्रवक्ता लाला नेटी ने कहा कि, "यह तो उल्टा हो गया. वर्तमान सरकार आदिवासी समाज से हैं. फिर भी आदिवासियों के साथ अन्याय हो रहा है. छत्तीसगढ़ में जंगल को कटवाया जा रहा है. 340 एकड़ जमीन, जिसमें 40 गांव बसे हुए हैं. इसे कटवाया जा रहा है." वहीं, गोंगपा के प्रदेश अध्यक्ष शेख स्माइल ने कहा कि, " गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने हमारे छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री से मिलकर इस संबंध में चर्चा की है. जैसा भी हमारे प्रदेश अध्यक्ष का दिशा निर्देश होगा, उसी आधार पर आगे हम काम करेंगे."
बता दें कि इन दिनों हर सियासी दल में जंगल की कटाई पर मुखर है. हाल ही में राहुल गांधी के हसदेव पीड़ितों से मिलने की बात कही है. इसके अलावा अन्य सियासी दल भी हसदेव के जंगलों की कटाई का विरोध कर रहे हैं.