मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: मनेंद्रगढ़ के झगराखंड में रिहायशी इलाके में टाइगर देखे जाने के बाद गांव वालों में दहशत का माहौल है. टाइगर देखे जाने की सूचना जैसे ही इलाके में फैली दर्जनों गांव में दहशत का माहौल बन गया. गांव के लोग शाम ढलते ही घरों में दुबकने को मजबूर हो गये हैं. गांव वाले अब अपने खेतों और रात के वक्त घरों से निकलने में भी डर रहे हैं. खोंगापानी रोड पर बाघ देखे जाने की सूचना वन विभाग की टीम को भी दी गई, वन विभाग की टीम ने भी लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
बाघ सबसे पहले कहां नजर आया: वन मंडलाधिकारी लोकनाथ पटेल ने कहा है कि बाघ सबसे पहले 28 दिसंबर की शाम को पांच बजे झगराखंड के पास दिखा. जिस वक्त बाघ को देखा गया उस वक्त बाघ खोंगापानी की ओर से झूमर नाला की ओर निकल रहा था. डीएफओ ने भी सुबह सुबह मॉर्निंग वॉक पर जाने वालों को सतर्क रहने की सलाह दी है. वन विभाग की टीम भी लगातार बाघ की मॉनिटरिंग कर रही है.
नए साल पर पिकनिक जाने वाले रहें सावधान: नए साल पर अक्सर लोग पिकनिक मनाने जंगल की ओर निकल जाते हैं. वन विभाग की टीम ने ऐसे लोगों को सावधान किया है. वन विभाग ने सतर्क करते हुए कहा कि अकेले और रात के वक्त सुनसान इलाके में जाने बचें. जंगल की ओर तो कोई भी भूलकर नहीं जाए जबतक कि बाघ इलाके से बाहर नहीं चला जाता. मनेंद्रगढ़ के झगराखंड, लेदरी, खोंगापानी, ग्राम नारायणपुर, भौता, कोड़ा जैसे जगह लंबे वक्त से पिकनिक स्पॉट रहे हैं. लिहाजा नए साल पर पिकनिक जाने वालों को भी इस इलाके में सतर्क रहने की जरूरत है.