मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर: जिले में राखी का बाजार सज चुका है. राखी के बाजारों में खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है. कई जगहों में बुधवार को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जा रहा है. तो कुछ जगहों में गुरुवार सुबह 7.30 तक ही रक्षाबंधन मनाया जाएगा. दरअसल, बुधवार को पूरा दिन भद्रा है. कहते हैं कि भद्रा में राखी नहीं बांधी जाती है. ऐसे में गुरुवार को ही अधिकतर बहनें सुबह 7.30 तक राखी बांधेगी.
बाजारों में उमड़ी भीड़: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में राखी के साथ-साथ मिठाईयों के बाजार में भी भीड़ देखने को मिल रहा है. इस पवित्र त्यौहार का उत्साह बाजारों में उमड़ी भीड़ से ही अंदाजा लगाया जा सकता है. राखी में बहने अपने भाइयों की कलाई पर रखी बांधकर उनके लंबे उम्र की कामना करती हैं. बदले में भाई बहन को रक्षा का वचन देता है. रक्षाबंधन सावन के आखिरी दिन पूर्णिमा को मनाया जाता है.
जानिए क्यों भद्रा में राखी बांधने की होती है मनाही: अक्सर राखी में लोगों को मुहूर्त को लेकर संशय बना रहता है. पंडित धर्मराज तिवारी ने ईटीवी भारत को बताया कि, " सावन पूर्णिमा 30 अगस्त को है. हालांकि भद्रा योग पूरे दिन है. इस कारण रक्षाबंधन का योग नहीं बन रहा है. क्योंकि भद्रा में भाई को राखी बांधना अशुभ माना जाता है.शास्त्रों के मुताबिक रक्षाबंधन शुभ मुहूर्त में ही मनाना चाहिए. 30 अगस्त रात के 9 बजे के बाद से भाइयों को बहनें राखी बांध सकती है."
बता दें कि कई लोग 31 अगस्त को सुबह 7.30 से पहले राखी बांधेंगे. एमसीबी में भी भद्रा खत्म होने के बाद बहने अपने भाई को शुभ मुहूर्त में राखी बांधेंगी.