महासमुंद: कोरोना महामारी और लॉकडाउन के दौरान कामकाज ठप हो जाने से गरीब तबके के लोगों के सामने घर का चूल्हा जलाने की समस्या आ गई है. ऐसे में केंद्र शासन की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के तहत 3 महीने नि:शुल्क एलपीजी गैस देने की प्रधानमंत्री की घोषणा ने महासमुंद जिले की आर्थिक रूप से कमजोर लाखों महिलाओं की चिंता दूर कर दी है. जहां महिलाएं अपने बैंक खाते से पैसा निकाल कर अपने सिलेंडर भरवा रहीं हैं.
महासमुंद जिले में प्रधानमंत्री उज्जवल योजना की शुरुआत 23 अगस्त 2016 को हुई थी. तब से जिले में 1 लाख 77 हजार 829 परिवारों को प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना का फायदा मिल रहा है. भारत में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए 25 मार्च से पूरे भारत में लॉकडाउन की घोषणा कर दी गई. लॉकडाउन के कारण निर्माण कार्य और फैक्ट्रियां बंद हो जाने से गरीब तबके के लोगों के सामने गैस भरवाने की समस्या खड़ी हो गई. जिसके बाद प्रधानमंत्री ने हितग्राहियों के खाते में सिलेंडर का 815 रुपए देने की घोषणा की और यह पैसा लगातार 3 महीने तक हर महीने उनके बैंक खाते में आएगा.
महिलाओं में खुशी
ETV भारत की टीम ने महासमुंद नगर के इमलीभाटा, नयापारा, क्लबपारा की उन गरीब महिलाओं से मुलाकात की जो प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के हितग्राही हैं. महिलाओं ने बताया कि हमें जानकारी मिली कि प्रधानमंत्री 3 महीने की गैस मुफ्त देंगे. उनके बैंक के खाते में 815 रुपए आए थे. उसके बाद पैसा निकालकर गैस बुक करवाया. हमारे घर सिलेंडर आगे इस प्रकार इस महामारी से हमें घर का चूल्हा कैसे जलेगा इसकी चिंता समाप्त हो गई। और महिला प्रधानमंत्री को कोटि-कोटि बधाई दे रही है।
वहीं जिले के खाद्य अधिकारी का कहना है कि प्रधानमंत्री की मंशा के मुताबिक 3 महीने तक उज्ज्वला हितग्राहियों को नि:शुल्क गैस रिफिलिंग की जाएगी. जिले में अब तक 18 गैस एजेंसी के जरिए करीब 20 हजार हितग्राही निशुल्क गैस रिफलिंग करा चुके हैं.
केंद्र सरकार ने यह भी निर्देश दिए हैं कि जो हितग्राही गैस के पैसे का इस्तेमाल किसी दूसरे काम में करेगा तो अगले महीने उस हितग्राही के खाते में पैसा नहीं आएगा.