महासमुंद: नगरपालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्राकर के खिलाफ10 कांग्रेस पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव लाया है. चार जुलाई को सभा की तिथि निर्धारित है. इससे पहले भाजपा को दोहरा झटका लगा है. भाजपा के दो पार्षद सरला गोलू मदनकार और कमला बरिहा ने कांग्रेस की सदस्यता ली (Two BJP councilors join Congress in Mahasamund) है. दोनों ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि वार्ड में विकास कार्य नहीं हो रहा था, जिससे परेशान होकर हमने पार्टी छोड़ दिया (BJP got a setback in Mahasamund) है.
महासमुंद में भाजपा के दो पार्षद कांग्रेस में शामिल: बता दें कि दोनो पार्षदों के भाजपा छोड़ने से कांग्रेस मजबूत हो गई है. 30 सदस्यीय परिषद में अब कांग्रेस के निर्दलीय सहित 15 सदस्य हैं. जबकि निर्दलीय सहित भाजपा के पास 14 पार्षद हैं. एक पार्षद आम आदमी पार्टी का है, जो फिलहाल कांग्रेस खेमे के साथ है. महासमुंद नगर पालिका के भाजपा पार्षद प्रकाश चन्द्राकर अध्यक्ष हैं. कांग्रेस पार्षद कृष्णा चंद्राकर उपाध्यक्ष हैं. कानूनविदों के अनुसार यदि नगरपालिका की सभा में सभी 30 पार्षद पहुंचे और मतदान किया तो अविश्वास प्रस्ताव में प्रकाश को नपाध्यक्ष की कुर्सी बचाने के लिए 11 मत चाहिए, जबकि कांग्रेस को अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने 21 मत चाहिए.
कांग्रेस को विजय दिलाने का प्रयास: अविश्वास प्रस्ताव में कांग्रेस को विजय दिलाने को लेकर कांग्रेस की कमान विधायक विनोद चन्द्राकर थामे हुए हैं. पूरे पार्षद गुटीय राजनीति से परे होकर, एकजुटता के साथ उनके निर्देश पर काम कर रहे हैं. वहीं पालिकाध्यक्ष की कुर्सी बचाने को भाजपा से अबतक कोई बड़ा नेता सक्रिय नजर नहीं आ रहा है.
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क्रॉस वोटिंग की प्रबल आशंका: कांग्रेस से तीन पार्षद और नपाध्यक्ष को कुर्सी से हटाने भाजपा के पांच पार्षद के क्रॉस वोटिंग की प्रबल आशंका जताई जा रही है. पार्षदों के नाम सहित नगर में इसकी चर्चा है कि कौन किस पक्ष में मतदान कर सकता है. लोगों की आशंका के अनुसार यदि ऐसा होता है तो कांग्रेस तीन मतों के अंतर से अविश्वास प्रस्ताव पारित कराने से पिछड़ सकती है. बहरहाल नम्बर बढ़ाने का जोड़तोड़ जारी है.