महासमुंद: जिले के एक निजी अस्पताल में तीन आरोपियों के खुद को राष्ट्रीय मानवाधिकार का अधिकारी और CIB (सेंट्रल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो) का सदस्य बताकर फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है. जिसमें तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
निजी अस्पताल की डॉक्टर दिलप्रीत कौर गुरूदत्ता ने बताया कि कुछ लोग लगातार उन्हें फोन कर धमकी देते थे कि, उनके अस्पताल से कई शिकायतें मिल रहीं है और अस्तपताल बंद करा दिया जाएगा. अज्ञात लोगों के फोन कॉल्स को डॉक्टर ने नजरअंदाज कर दिया. जिसके बाद डॉक्टर को फोन करने वाले तीनों आरोपी डॉक्टर के क्लीनिक पहुंच गए और बदसलूकी करने लगे. उन्होंने शिकायत मिलने का हवाला दिया.
आरोपियों से जब्त किए गए आईडी कार्ड
डॉक्टर की शिकायत पर पुलिस ने तीनों आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपियों में से दो पुरुष एक महिला है. दोनों पुरुष जहां मुंबई के रहने वाले हैं. वहीं महिला महासमुंद नया पारा की रहने वाली है. पकड़े गए आरोपियों में निहाल जमाल सय्यद (उम्र 34 साल), कासिम सय्यद (उम्र 50 साल) और शायरा इकबाल (उम्र 37साल) है. इन तीनों के पास से नेशनल ह्यूमन राइट्स एंड सोशल कमीशन और सीआईबी का आईडी कार्ड मिला है. आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई में पुलिस जुट गई है.