महासमुंद : प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गरीबों को घर बनाकर दिया जा रहा है. लेकिन यही आवास योजना महासमुंद जिले के हजारों परिवारों के लिए पिछले एक साल से मुसीबत का सबब बन गई है.दरअसल, महासमुंद जिले के हजारों हितग्राहियों को योजना का लाभ दिलाने आवास योजना की पहली किस्त तो जारी की गई. लेकिन एक साल गुजर जाने के बाद भी दूसरी किस्त अब तक नहीं मिल सकी.
ग्राम पंचायत लाफिन खुर्द में पहली किस्त मिलने के बाद इन गरीब परिवारों ने अपना आशियाना तोड़कर नया मकान बनाने की नींव रख दी थी. ये परिवार अब अधूरे मकान में तंबू लगाकर या फिर सरकारी भवनों में शरण लेकर गुजर बसर करने को मजबूर हैं. ऐसे में अब आने वाली बरसात को लेकर इन गरीबों की चिंता और बढ़ गई है.
पुराना मकान तोड़ चुके हैं हितग्राही
पहली किश्त के रूप में हितग्राहियों के खाते में शासन ने 25 हजार रूपये की राशि दी थी. लेकिन दूसरी किस्त की राशि पिछले 10 महीने से अटकी हुई है. लाफिन खुर्द के 25 पात्र गरीब हितग्राहियों को जब ये जानकरी मिली की उनके आवास को मंजूरी मिल गई है, तो अपना पुराना मकान तोड़कर पहले किस्त की राशि से नए मकान के निर्माण में लग गए. गरीब मजदूर परिवार रोजी-रोटी कर अपना जीवन यापन करते हैं और भवन निर्माण करते समय कोई घर पर तंबू लगाकर तो कोई पंचायत के भवन में रहकर गुजारा कर रहे हैं.
बरसात ने हितग्राहियों की और बढ़ाई चिंता
हितग्राहियों का कहना है कि सरकार के पास अगर देने के लिए पैसा ही नहीं था तो पहली किश्त की राशि उनके खाते में जमा क्यों की गई. वे अपना पुराना मकान तोड़ चुके हैं, आगे बरसात आने वाली है. जिससे चिंता बढ़ गई है, अधिकारी पिछले 10 महीने से सिर्फ आश्वासन ही दे रहे हैं.
पढ़ें-महासमुंद में लकड़ी का अवैध परिवहन, एक आरोपी गिरफ्तार
जून तक मिल सकती है राशि
वहीं जिला पंचायत सीईओ डॉ. रवि मित्तल का कहना है कि, शासन की ओर से जैसे ही राशि दी जाएगी, वे इन परिवारों को दूसरी किस्त दे देंगे. जून तक का समय लग सकता है. उन्होंने जानकारी दी कि जिले में 2019-20 में पीएम आवास योजना के तहत 9 हजार 200 पात्र हितग्राहियों के मकान बनाने के लिए पास किया गया था. जिसमें से 8 हजार 761 को मकान निर्माण शुरू करने पहला किस्त जारी भी किया गया. लेकिन उसके बाद से कोई राशि पीएम योजना के तहत नहीं मिली है.