महासमुंद: महासमुंद में पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स बीएससी अंतिम वर्ष के नतीजे को लेकर गुस्से में हैं. स्टूडेंट्स ने कॉपी रीचेकिंग की मांग की है. हॉल ही में बीएससी अंतिम वर्ष के नतीजे घोषित किये गए हैं. जिसमें कई छात्र-छात्राओं को कुछ ही कम अंकों से फेल कर दिया गया है. या फिर रिजल्ट पूरक घोषित किया गया है. इससे स्टूडेंट्स में खासी नाराजगी है. स्टूडेंट्स ने कॉपी रीचेकिंग न होने पर धरना प्रदर्शन की बात कही है.
जानिए क्या है पूरा मामला: महासमुंद में बीएससी के 150 से अधिक स्टूडेंट्स ने पेपर रीचेकिंग और सूचना अधिकार के तहत आंसर पेपर जेरॉक्स देने की मांग की है. इसके लिए उन्होंने पीआरएसयू के रायपुर यूनिवर्सिटी का रुख किया है. इनमें अंग्रेजी और केमेस्ट्री के स्टूडेंट्स शामिल हैं. जिन्हें 1, 2 या 4 नंबर के अंतर से फेल कर दिया है. या फिर पूरक घोषित किया गया है. सभी परेशान बच्चों को अपने भविष्य की चिंता सताने लगी है.
मांगें न पूरी होने पर करेंगे धरना प्रदर्शन: सभी गुस्साए स्टूडेंट्स शुक्रवार को स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी माध्यम आदर्श महाविद्यालय पहुंच कर विरोध करने लगे. सभी ने उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल होश मे आओ के नारे लगाए. इन स्टूडेंट्स का कहना है कि "हम सभी बीते सालों में टॉप किए छात्र हैं. ऐसे कम अंकों से फेल होना संदेह पैदा कर रहा है. इसलिए हम पेपर रीचेकिंग की मांग कर रहे हैं." मांग पूरी न होने पर ये स्टूडेंट्स धरने की बात कह रहे हैं.
यूनिवर्सिटी के पास नहीं है वक्त: अगर इन स्टूडेंट्स को 1 या 2 नंबर रीचेकिंग में मिल जाते हैं. तो फेल हुए बच्चों को परीक्षा में बैठने का मौका मिल जाएगा. जो बच्चे पूरक आये हैं, उन्हें पास होने का सर्टिफिकेट मिल जायेगा. जिससे वे अपनी आगे की पढ़ाई शुरू कर पाएंगे. लेकिन बच्चों के बिगड़े अंकसूची को सुधारने के लिए यूनिवर्सिटी के पास अब ज्यादा वक्त नहीं बचा है. क्योंकि छत्तीसगढ़ में 26 जून से 27 जुलाई तक सभी कॉलेजों में एडमिशन शुरू हो जाएंगे.