ETV Bharat / state

SPECIAL: 75 साल की उम्र में ये दादाजी भी कमाल कर रहे हैं, देखिए

75 साल की उम्र में भागीरथी प्रसाद खेती कर रहे है. पिछले 21 साल में वो नए-नए प्रयोग कर छत पर गेहूं और धान के साथ-साथ भाजी, गोभी, टमाटर और भिंडी की खेती कर चुके हैं.

डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Jul 5, 2019, 8:34 PM IST

महासमुंद: जमीन पर तो आपने खेत और सब्जियों के न जाने कितने बाग देखे होंगे, पर क्या आपने छत पर फसल को उगते देखा है, अगर नहीं तो धान की इस फसल को ध्यान से देखिए यह जमीन पर नहीं बल्कि घर की छत पर उगाई गई है. यह छत है महासमुंद के नयापारा वार्ड के निवासी भागीरथी प्रसाद बीसाई का है.

75 साल की उम्र में ये दादाजी भी कमाल है

भागीरथी प्रसाद 1996 से छत पर खेती कर रहे हैं और पिछले 21 साल में वो नए-नए प्रयोग कर छत पर गेहूं और धान के साथ-साथ भाजी, गोभी, टमाटर और भिंडी की खेती कर चुके हैं. यही नहीं वो यहां पर टमाटर, मिर्ची और बैगन भी लगा चुके हैं.

75 साल की उम्र होने के बाद भी भागीरथी का जुनून कम नहीं हुआ. अपना काम निपटाने के बाद वो हर रोज छत पर जाकर वहां लगी फसल और सब्जी की देखभाल करते हैं और उनकी इस अनोखी खेती को देखने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं और तो और इसमें खर्च भी कम आता है.

आबादी बढ़ने और खेती का रकबा घटने से किसानी के अस्तित्व में खतरा नजर आ रहा है. ऐसी स्थिति में छत पर खेती करना फायदे का सौदा है. क्योंकि इसमें जमीन में खेती करने की तुलना में लागत भी कम लगती है, इसके साथ ही कीट पंतगे और जानवरों की ओर से फसल को नुकसान पहुंचाने का खतरा भी नहीं होता.

कृषि अधिकारी वीपी चौबे का कहना है कि इस तरह की खेती अपने आप में एक अद्भुत प्रयास है और शासन स्तर पर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया है. तेजी से बढ़ती आबादी की वजह से जहां खेती की जमीन का रकबा कम होता जा रहा है, ऐसे में भागीरथी प्रसाद का यह प्रयास निश्चित तौर पर एक नजीर साबित हो सकता है.

महासमुंद: जमीन पर तो आपने खेत और सब्जियों के न जाने कितने बाग देखे होंगे, पर क्या आपने छत पर फसल को उगते देखा है, अगर नहीं तो धान की इस फसल को ध्यान से देखिए यह जमीन पर नहीं बल्कि घर की छत पर उगाई गई है. यह छत है महासमुंद के नयापारा वार्ड के निवासी भागीरथी प्रसाद बीसाई का है.

75 साल की उम्र में ये दादाजी भी कमाल है

भागीरथी प्रसाद 1996 से छत पर खेती कर रहे हैं और पिछले 21 साल में वो नए-नए प्रयोग कर छत पर गेहूं और धान के साथ-साथ भाजी, गोभी, टमाटर और भिंडी की खेती कर चुके हैं. यही नहीं वो यहां पर टमाटर, मिर्ची और बैगन भी लगा चुके हैं.

75 साल की उम्र होने के बाद भी भागीरथी का जुनून कम नहीं हुआ. अपना काम निपटाने के बाद वो हर रोज छत पर जाकर वहां लगी फसल और सब्जी की देखभाल करते हैं और उनकी इस अनोखी खेती को देखने दूर-दूर से लोग यहां आते हैं और तो और इसमें खर्च भी कम आता है.

आबादी बढ़ने और खेती का रकबा घटने से किसानी के अस्तित्व में खतरा नजर आ रहा है. ऐसी स्थिति में छत पर खेती करना फायदे का सौदा है. क्योंकि इसमें जमीन में खेती करने की तुलना में लागत भी कम लगती है, इसके साथ ही कीट पंतगे और जानवरों की ओर से फसल को नुकसान पहुंचाने का खतरा भी नहीं होता.

कृषि अधिकारी वीपी चौबे का कहना है कि इस तरह की खेती अपने आप में एक अद्भुत प्रयास है और शासन स्तर पर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया है. तेजी से बढ़ती आबादी की वजह से जहां खेती की जमीन का रकबा कम होता जा रहा है, ऐसे में भागीरथी प्रसाद का यह प्रयास निश्चित तौर पर एक नजीर साबित हो सकता है.

Intro:एंकर- महासमुंद के नयापारा वार्ड के निवासी भागीरथी प्रसाद बीसाई ने छत में मक्का भुट्टा सूरजमुखी का फसल लगाया खेती में नए-नए प्रयोग के लिए मशहूर बीसाई जी इन दिनों लहराते फसल को देख कर बड़े खुश हैं छत में अब तक में धान गेहूं सब्जी ,भाजी ,गोभी ,टमाटर ,भिंडी आदि की खेती कर चुके हैं 1996 से प्रारंभ में खेती का सिलसिला अभी तक जारी है 21 वर्षों में खेती में नए-नए प्रयोग कब तक एक पौधे में मिर्ची और टमाटर बैंगन -टमाटर ,गोभी -बैगन आदि उत्पादन कर चुके हैं।


Body:उम्र 75 हो चुकी है फिर भी खेती के प्रति जुनून खत्म नहीं हुआ है सुबह से शाम तक काम करने के बाद छत में खेती करना उनका शौक बन गया है उनका कहना है कि बिना उर्वरक खेती और शुद्ध भोजन से ही हम वर्तमान समय में अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं बाजारवाद के चलते बड़े पैमाने पर उर्वरक और कीटनाशक का प्रयोग बड़े धड़ल्ले से किया जा रहा है जिसके कारण लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ हो रहा है वे 21 साल से निरंतर छत पर ही खेती कर रहे हैं इसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं खेती में नए-नए प्रयोग करने के लिए उन्हें शासन स्तर पर पुरस्कृत भी किया गया है।


Conclusion:आबादी बढ़ने और खेती का रकबा घटने से खेती के अस्तित्व में खतरा नजर आ रहा है ऐसी स्थिति में छत पर खेती करना बिना लागत के और मुनाफा कमाना वाकई में एक मिसाल के रूप में है उनकी उम्र के हिसाब से वह यह काम बड़े ही आसानी तरीके से कर रहे हैं जिसे देखकर युवा भी जागरूक हो सकते हैं छत पर खेती का 25 साल पूर्ण होने पर वे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए दावा करने की बात कर रहे हैं जमीन से 22 फीट ऊंचे दो मंजिला भवन के छत पर हो रही अद्भुत खेती है इससे से जुड़े लोग महासमुंद पहुंचकर उनके घर जा रहे हैं। कृषि अधिकारी चौबे जी का कहना है कि इस तरह की खेती अपने आप में एक अद्भुत है और शासन स्तर पर उन्हें पुरस्कृत भी किया गया है वह इस खेती में धान से लेकर सभी चीज की खेती करते धान में वह दुबराज और जवा फूल ही बोते हैं उस 3000 स्क्वायर फीट जगह में वह लगभग सवा किवटल धान निकाल लेते हैं।


बाइट 1 - भागीरथी प्रसाद बीसाई, बुजुर्ग किसान, पहचान सफेद कलर का बनियन।

बाइट 2 - व्ही.पी. चौबे, उप संचालक, कृषी विभाग महासमुंद

पी 2 सी - हकीमुद्दीन नासिर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.