महासमुंद: त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के मतदान का बागबाहरा के ग्राम पंचायत कन्हारपुरी के आश्रित गांव कोल्दा में ग्रामीणों ने पंचायत चुनाव का बहिष्कार किया है. सुबह 7 बजे से 3 बजे के बीच गांव का कोई भी व्यक्ति मतदान केंद्र में मतदान करने नहीं पहुंचा. मतदान केंद्र में सन्नाटा पसरा रहा.
बताया जा रहा है कि मतदानकर्मी मतदाताओं का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी वोटर 3 बजे तक मतदान करने नहीं पहुंचा. यहां तक कि गांव के मितानिन और कोटवार ने भी गांववालों का साथ दिया. मतदान का समय खत्म होने के बाद मतदान कर्मी जब वापस जाने लगे तो ग्रामीणों ने मतदान दल को बंधक बना लिया और नारेबाजी करते हुए मतदान केंद्र के बाहर बैठकर ग्रामीण मौके पर उच्च अधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे.
गांव में राशन बांटने का आश्वासन दिया
मामला बिगड़ता देख मौके पर खल्लारी पुलिस की टीम और प्रशासनिक अमला पहुंचा और ग्रामीणों को समझाइश दी. घंटों समझाइश और आश्वासन के बाद ग्रामीण शांत हुए. इस बीच महासमुंद एसपी जितेंद्र शुक्ल ने फोन पर ग्रामीणों से बात कर गांव में आने और कलेक्टर को भी साथ लाने का आश्वासन दिया. साथ ही प्रशासनिक अमले ने गांव में पंचायत भवन में सचिव के बैठने और गांव में ही राशन बांटने का आश्वासन दिया, जिसके बाद ग्रामीणों ने मतदान दल को जाने दिया.
स्कूल में लगा था बैनर
महासमुंद जिले के बागबाहरा ब्लॉक के कन्हारपुरी पंचायत के आश्रित ग्राम कोल्दा के ग्रामीणों ने त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के तहत होने वाले पंचायत, जनपद और जिला पंचायत चुनाव के बहिष्कार का ऐलान पहले ही कर दिया था. ग्रामीणों ने इसके लिए बकायदा स्कूल में बैनर लगा रखा था. ग्रामीणों ने गांव में किसी भी जनप्रतिनिधि और चुनावी प्रत्याशी को चुनाव प्रचार करने आने से भी रोक लगा दी थी.
ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया
बता दें कि कोल्दा गांव 6 वार्डों में बांटा है, लेकिन इस गांव के किसी भी व्यक्ति ने पंच चुनाव के लिए अपना नामांकन तक दाखिल नहीं किया है. ग्रामीणों का कहना था कि पूर्व में ग्रामीणों ने ग्राम कोल्दा को कन्हारपुरी पंचायत से हटाकर अन्यत्र पंचायत में जोड़ने की मांग की थी, जिसपर प्रशासन ने कोई पहल नहीं की, जिससे नाराज होकर ग्रामीणों ने चुनाव बहिष्कार का निर्णय लिया था.