जांजगीर चांपा: लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर ग्रामीण मतदाताओं के लिए चुनाव त्यौहार आ गया है. त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में गांव गांव, गली गली में प्रत्याशियों का दौरा चल रहा है. प्रत्याशी से पहले पहुंचते हैं लोक कलाकार, जो चुनावी सभा से पहले ग्रामीणों को एक स्थान में इकट्ठा करते हैं और प्रत्याशी को जीताने के लिए गीत, संगीत के माध्यम से मतदाता को मतदान करने के लिए प्रेरित करते हैं.
प्रचार में उतरे लोक कलाकार: लोक कलाकारों को भी चुनाव के कारण रोजी रोटी की चिंता नहीं रहती और प्रत्याशी का प्रचार करते हैं. चुनाव के आते ही गांव गांव में नाचा पार्टी और नुक्कड़ सभा के माध्यम से प्रचार किया जाता है. लोक कलाकार कहते हैं कि वह भी चुनाव का इंतजार करते हैं और मतदाताओं को रिझाने के लिए अलग अलग अंदाज में प्रत्याशी का चुनाव चिन्ह दिखाते हैं.
![Panchayat Elections 2025](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/15-02-2025/23548582_info.jpg)
प्रत्याशी के लिए प्रचार: जांजगीर के कापन गांव के पास रहने वाली लोक कलाकार पार्वती मंगेशकर राय ने बताया कि उनके साथ नृत्य और म्युजिक में सात कलाकार रहते हैं. पार्वती मंगेशकर कहती हैं कि ''पति के द्वारा लिखे प्रचार गीत को हिंदी छत्तीसगढ़ी गानों में जोड़ कर पेश करती हैं, जिसे लोग सराहते हैं और प्रत्याशी को जीताते भी हैं.''
पढ़े लिखे लोक कलाकार: चुनाव प्रचार में अपनी कला का प्रचार करने के लिए पढ़े लिखे कलाकार भी अपनी कला का प्रदर्शन करते हैं. डबल एमए और प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे कलाकारों ने बताया कि चुनाव के आते ही इनकी टीम गाना बजाना करने के लिए तैयार रहती है और गांव गांव जाकर लोगों का मनोरंजन करते हैं.
मनोरंजन के साथ रोजगार भी: चुनाव के प्रचार प्रसार में अपनी पार्टी को जीताने के लिए प्रत्याशी हर तरह का प्रयास करते हैं और प्रत्याशियों को जनता के बीच लाने और भीड़ जुटाने के लिए नाचा पार्टी का खास महत्व होता है. लोक कलाकारों को भी रोजगार मिल जाता है. यही वजह है कि कलाकार भी चुनाव का इंतजार करते हैं.