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महासमुंद में हाथियों का आतंक, महिला को उतारा मौत के घाट - gajraj vehicle

छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक (elephants terror in chhattisgarh) लगातार बढ़ता जा रहा है. शनिवार को एक हाथी ने महिला को मार डाला (elephant killed a woman in mahasamund). फिलहाल सूचना मिलने पर वन विभाग मौके पर पहुंचा. विभाग ने परिजनों को क्षतिपूर्ति राशि दे दी है.

elephant killed a woman in mahasamund
महासमुंद में हाथियों का आतंक
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Published : May 29, 2021, 6:26 PM IST

महासमुंद: छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक (elephants terror in chhattisgarh) थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को बागबहरा ब्लॉक के धर्मपुर गांव में हाथी ने महिला को मार डाला (elephant killed a woman).

धर्मपुर गांव (Dharampur Village) निवासी बिसाहीन बाई विश्वकर्मा अपने पति और भांजी के साथ बाइक से मनरेगा (MNREGA) में काम करने के लिए बिजराडीह जा रही थी. तभी रास्ते में दो दंतैल हाथियों से तीनों का सामना हो गया. हाथी को देख बिसाहीन बाई का पति बाइक रोककर भागने लगा. भांजी और पति तो किसी तरह भागकर जान बचा लिए. लेकिन बिसाहीन भाई को हाथी ने पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया.

बालोद में हाथियों के दल ने मचाया उत्पात, ग्रामीणों में दहशत

वन विभाग ने दिया मुआवजा

घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग (forest department cg) की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग ने मृतिका के परिवार को 25 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी है. शेष राशि 5 लाख 75 हजार प्रकरण तैयार करने के बाद दिया जाएगा.

हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान

महासमुंद के 52 गांव के लोग हाथियों के आतंक से पिछले 5 सालों से परेशान हैं. क्षेत्र में हाथी अब तक 20 लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. इसके अलावा हाथी के हमले में करीब 25 ग्रामीणों की मौत हुई है. वन विभाग (forest department) इस ओर कोई ठोस पहल भी नही कर पा रहा है. हालांकि हर दिन गजराज वाहन (gajraj vehicle) और वन कर्मी हाथियों के मूवमेंट पर नजर तो रखते हैं. ग्रामीणों को भी उधर न जाने की सूचना देते हैं. लेकिन अब भी इन सब पर रोक नहीं लग पाई है. वन विभाग अभी तक 5 करोड़ से ज्यादा की फसल का मुआवजा दे चुका है.

महासमुंद: छत्तीसगढ़ में हाथियों का आतंक (elephants terror in chhattisgarh) थमने का नाम नहीं ले रहा है. शनिवार को बागबहरा ब्लॉक के धर्मपुर गांव में हाथी ने महिला को मार डाला (elephant killed a woman).

धर्मपुर गांव (Dharampur Village) निवासी बिसाहीन बाई विश्वकर्मा अपने पति और भांजी के साथ बाइक से मनरेगा (MNREGA) में काम करने के लिए बिजराडीह जा रही थी. तभी रास्ते में दो दंतैल हाथियों से तीनों का सामना हो गया. हाथी को देख बिसाहीन बाई का पति बाइक रोककर भागने लगा. भांजी और पति तो किसी तरह भागकर जान बचा लिए. लेकिन बिसाहीन भाई को हाथी ने पटक-पटक कर मौत के घाट उतार दिया.

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वन विभाग ने दिया मुआवजा

घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग (forest department cg) की टीम मौके पर पहुंची. वन विभाग ने मृतिका के परिवार को 25 हजार रुपये क्षतिपूर्ति राशि दी है. शेष राशि 5 लाख 75 हजार प्रकरण तैयार करने के बाद दिया जाएगा.

हाथियों के आतंक से ग्रामीण परेशान

महासमुंद के 52 गांव के लोग हाथियों के आतंक से पिछले 5 सालों से परेशान हैं. क्षेत्र में हाथी अब तक 20 लोगों को मौत के घाट उतार चुका है. इसके अलावा हाथी के हमले में करीब 25 ग्रामीणों की मौत हुई है. वन विभाग (forest department) इस ओर कोई ठोस पहल भी नही कर पा रहा है. हालांकि हर दिन गजराज वाहन (gajraj vehicle) और वन कर्मी हाथियों के मूवमेंट पर नजर तो रखते हैं. ग्रामीणों को भी उधर न जाने की सूचना देते हैं. लेकिन अब भी इन सब पर रोक नहीं लग पाई है. वन विभाग अभी तक 5 करोड़ से ज्यादा की फसल का मुआवजा दे चुका है.

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