महासमुंद: 1 नवंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी शुरू (Paddy procurement in mahasamund) हो गई है. महासमुंद के धान उपार्जन केंद्रों में सुबह से ही स्थानीय जन प्रतिनिधियों द्वारा तराजू बाट और फड़ की पूजा की गई. पूजा के बाद समर्थन मूल्य में धान खरीदी की प्रक्रिया का शुभारंभ किया गया. महासमुंद जिले को इस बार 8 लाख 69 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य मिला है. जिले में 75 प्रतिशत धान की कटाई नहीं होने से कुछ केंद्रों में टोकन कटना शुरु नहीं हो पाया है. हर साल पड़ोसी राज्य ओडिशा से छत्तीसगढ़ में अवैध धान परिवहन रोकने के लिए भी पुलिस अलर्ट हो गई है. Dhan kharidi tihar 2022
जिले को 8 लाख 69 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य: पूरे जिले मे 1 लाख 57 हजार 472 किसान पंजीकृत हैं. धान खरीदने के लिए महासमुंद जिला प्रशासन ने पूरे जिले में 130 समितियों के 152 धान उपार्जन केंद्र बनाये हैं. जिसमें से 22 धान उपार्जन केंद्र संवेदनशील हैं. महासमुंद जिले को इस बार 8 लाख 69 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य मिला हुआ है. उम्मीद जताया जा रहा है कि 15 नवंबर के बाद धान खरीदी मे तेजी आएगी.
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22 केंद्रों में नहीं कटे हैं टोकन: 1 नवंबर से शुरू हुए धान खरीदी पर पहले ही दिन जिले के 130 उपार्जन केन्द्रों मे 1029 किसान का टोकन कटा है. जिनसे 34 हजार 254 क्विंटल धान खरीदी की जायेगी. वहीं जिले के 22 धान खरीदी केन्द्रों मे टोकन नहीं कटे हैं. टोकन नहीं कटने के पीछे का कारण जिले में 75 प्रतिशत धान की कटाई न होना है.
ओडिशा से धान के अवैध परिवहन पर निगरानी: बता दें कि प्रतिवर्ष पड़ोसी राज्य ओडिशा से कई टन धान छत्तीसगढ़ में अवैध तरीके से बिचौलियों के द्वारा लाये जाते हैं. जिसे रोकने के लिए 17 जांच चौकियां राज्य की सीमाओं पर भी स्थापित किये गए हैं. पुलिस अधिकारी व कर्मचारी अवैध परिवहन पर पूरी नजर बनाये हुए हैं.