महासमुंद: पिथौरा वन क्षेत्र के माटीदरहा गांव में विभाग ने तकरीबन 100 एकड़ में सागौन, शीशम, बांस के पौधे वन विभाग ने लगाए थे. लेकिन यहां के ग्रामीण छोटे-बड़े पेड़ों को काटकर वन भूमि पर अतिक्रमण कर रहे हैं. इस बात की जानकारी वन विभाग को भी है. लेकिन वन विभाग मामले में अनजान बना हुआ है. इस तरह की घटनाओं को रोकने में वन विभाग नाकाम है. वन विभाग पर इस मामले में कार्रवाई को लेकर लापरवाही का आरोप लग रहा है.
माटी दर्रा इलाके में ग्रामीणों द्धारा 100 एकड़ में लगे पेड़ों को काटकर जमीन पर कब्जा करने की बात सामने आई है. इस मामले में सरपंच से शिकायत की गई है. सरपंच के साथ इलाके के अधिकारियों का मानना है कि यहां लगातार पेड़ों की कटाई जारी है. लेकिन जब उनसे कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो वे गोल मोल जवाब देने लगे. मीडिया के सवाल पर अधिकारियों ने अब तक कोई ठोस कार्रवाई की बात नहीं कही है. जो कि चिंता का विषय है. अगर वन विभाग के अधिकारी इस मामले में मौन रहे तो जंगल से पेड़ों की कटाई ऐसे ही जारी रहेगी.
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कोरोना काल का बहाना बना रहे अधिकारी
इस मामले में माटीदरहा ग्राम पंचायत के सरपंच अलेख बाघ का कहना है कि तकरीबन 100 एकड़ में सागौन, बांस और मिश्रित प्रजाति के पेड़ लगे थे. जिसको कुछ ग्रामीणों ने अवैध रूप से काट लिया और जमीन पर कब्जा कर रहे हैं . स्थानीय लोगों को कहना है कि जब इस मामले में वन विभाग के अधिकारियों से बात की गई तो वह कोरोना काल की बात कहने लगे. जिम्मेदारों का इस तरह का रवैया वन संरक्षण की मुहिम को नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में इस तरह के मामले में फौरी कार्रवाई की जरूरत है.