महासमुंद: कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए अधिक से अधिक लोगों के वैक्सीनेशन को सबसे कारगर माना गया है. कोरोना की दूसरी लहर में केंद्र और राज्य की सरकार वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है. लोगों को कोरोना गाइडलाइन का पालन कराने के लिए प्रशासन सख्त नियम भी बना रहा है, लेकिन महामारी के बीच वैक्सीनेशन की प्रक्रिया प्रभावित हो रही (Corona vaccination in mahasamund ) है. महासमुंद जिले में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों का वैक्सीनेशन 23 मई से रूका हुआ है. लोग वैक्सीन के लिए भटक रहे हैं. लोग वैक्सीनेशन करवाना चाहते हैं लेकिन उन्हें वैक्सीन नहीं मिल पा रहा है.
लोग हो रहे परेशान
डॉक्टरों का कहना है कि वैक्सीन के अभाव में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को रोक दिया गया है. जिले की एक बड़ी आबादी अब भी वैक्सीनेशन के इंतजार में है. 18+ आयु वर्ग के वैक्सीनेशन (Corona vaccination aged 18+ ) को रोक दिए जाने के बाद से लोगों में हताशा देखने को मिल रही है. जिला चिकित्सालय से लेकर लोग कंट्रोल रूम का चक्कर लगाने को मजबूर हैं. लोगों को वैक्सीनेशन की सही जानकारी भी नहीं मिल रही है.
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महासमुंद में 18+ वैक्सीनेशन के हालात
जिले की आबादी लगभग 12 लाख है. जिनमें 43.9% लोग 18 साल से अधिक के हैं. लगभग 4 लाख 80 हजार लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जानी है. 1 मई से वैक्सीनेशन कार्यक्रम शुरू किया गया है. अबतक महज 37 हजार 800 लोगों को ही वैक्सीन लग पाई है. 4 लाख 42 हजार 200 लोगो को वैक्सीन लगनी बाकी है.
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महासमुंद में कोरोना के हालात
महासमुंद में 30016 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. जिनमें से 27610 लोग स्वस्थ्य हो चुके हैं. 328 लोगों की जान कोरोना संक्रमण के कारण हुई है. फिलहाल जिले में अभी भी 2078 कोरोना के एक्टिव केस हैं. 16 जनवरी को शुरू हुए वैक्सीनेशन कार्यक्रम के बाद से अब तक 2 लाख 85 हजार 272 लोगों का कोरोना वैक्सीनेशन हुआ है.