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महासमुंद: हाथियों ने बढ़ाई समस्या , चर्चा के लिए 58 गांव की बुलाई गई महापंचायत

हाथियों से बढ़ती समस्या पर चर्चा के लिए सिरपुर क्षेत्र के 58 गांव के किसानों ने महापंचायत बुलाई. बैठक में 11 मांगों को लेकर चर्चा हुई. बीते 5 साल में क्षेत्र के 58 गांव के लोग 21 हाथियों के दल के आतंक से परेशान हैं.

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Published : Nov 8, 2019, 5:26 PM IST

चर्चा के लिए 58 गांव की बुलाई गई महापंचायत

महासमुंद: हाथियों के आतंक से परेशान गुडरुडीह के सिरपुर क्षेत्र के 58 गांव के किसानों ने महापंचायत बुलाई. जिसमें इलाके से हाथियों को जंगल में भगाने और फसल बचाने को लेकर चर्चा हुई. हाथी भगाओ-फसल बचाओ समिति ने गुडरुडीह स्कूल में किसानों की बैठक बुलाई थी.

हाथी भगाओ-फसल बचाओ समिति की बैठक में 11 मांगों को लेकर चर्चा हुई. बैठक में हाथियों के हमले से अब तक हुए नुकसान को लेकर किसानों में खासा आक्रोश दिखने को मिला. इस बैठक में किसानों के साथ कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू, विधायक विनोद चंद्राकर के साथ-साथ वन विभाग के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे.

कई लोगों की गई है जान
किसानों ने बताया कि बीते 5 साल में क्षेत्र के 58 गांव के लोग 21 हाथियों के दल के आतंक से परेशान हैं. हाथी हर दिन किसी न किसी गांव में उत्पात मचा रहा है. जिससे किसानों को जान माल की क्षति हो रही है. किसानों का कहना है कि इन 5 साल में हाथियों ने हजारों एकड़ फसल बर्बाद कर दिया है. इसके अलावा हाथियों के हमले में कई इंसानों ने भी अपनी जान गंवाई है और घायल हुए हैं, लेकिन वन विभाग ने मुआवजा देने के अलावा हाथियों को भगाने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया है.

वन विभाग को चेतावनी
शासन-प्रशासन और वन विभाग की लापरवाही से नाराज किसानों ने बैठक में जमकर अपनी भड़ास निकाली. किसानों ने बैठक में मौजूद अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें अब मुआवजा नहीं चाहिए, वन विभाग को हाथियों को रिहायसी इलाके से भगाना होगा.

महासमुंद: हाथियों के आतंक से परेशान गुडरुडीह के सिरपुर क्षेत्र के 58 गांव के किसानों ने महापंचायत बुलाई. जिसमें इलाके से हाथियों को जंगल में भगाने और फसल बचाने को लेकर चर्चा हुई. हाथी भगाओ-फसल बचाओ समिति ने गुडरुडीह स्कूल में किसानों की बैठक बुलाई थी.

हाथी भगाओ-फसल बचाओ समिति की बैठक में 11 मांगों को लेकर चर्चा हुई. बैठक में हाथियों के हमले से अब तक हुए नुकसान को लेकर किसानों में खासा आक्रोश दिखने को मिला. इस बैठक में किसानों के साथ कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू, विधायक विनोद चंद्राकर के साथ-साथ वन विभाग के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे.

कई लोगों की गई है जान
किसानों ने बताया कि बीते 5 साल में क्षेत्र के 58 गांव के लोग 21 हाथियों के दल के आतंक से परेशान हैं. हाथी हर दिन किसी न किसी गांव में उत्पात मचा रहा है. जिससे किसानों को जान माल की क्षति हो रही है. किसानों का कहना है कि इन 5 साल में हाथियों ने हजारों एकड़ फसल बर्बाद कर दिया है. इसके अलावा हाथियों के हमले में कई इंसानों ने भी अपनी जान गंवाई है और घायल हुए हैं, लेकिन वन विभाग ने मुआवजा देने के अलावा हाथियों को भगाने के लिए कोई सार्थक कदम नहीं उठाया है.

वन विभाग को चेतावनी
शासन-प्रशासन और वन विभाग की लापरवाही से नाराज किसानों ने बैठक में जमकर अपनी भड़ास निकाली. किसानों ने बैठक में मौजूद अधिकारियों और जन प्रतिनिधियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि उन्हें अब मुआवजा नहीं चाहिए, वन विभाग को हाथियों को रिहायसी इलाके से भगाना होगा.

Intro:एंकर - महासमुंद के गुडरुडीह में सिरपुर क्षेत्र के हाथी प्रभावित 58 गांव के किसानों की महापंचायत बैठक हुई हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति के तत्वधान में गुडरूडीह स्कूल में किसानों ने बैठक आयोजित की बैठक में 11 सूत्री मांगों को लेकर किसानों ने चर्चा की जिसमें हाथियों के हमले से अब तक के हुए नुकसान को लेकर किसानों में आक्रोश दिखने को मिला।


Body:वीओ 1 - किसानों की बैठक में कांग्रेस विधायक धनेंद्र साहू विधायक विनोद चंद्राकर के साथ-साथ वन विभाग के आला अधिकारी कर्मचारी भी मौजूद रहे गौरतलब है कि बीते 5 साल में सिर्फ क्षेत्र के 58 गांव के लोग 21 हाथियों के दल के आतंक से परेशान हैं रोजाना हाथियों के द्वारा किसी ना किसी गांव में उत्पात मचाया जाता है जिसमें किसान काफी परेशान और हताश हैं इन बीते 5 सालों में क्षेत्र के किसानों के हजारों एकड़ फसल बर्बाद हो चुके हैं तो हाथी और मानव के द्वंद से कई लोगों की मौत के साथ दर्जनों लोग घायल हुए हैं लेकिन बीते 5 सालों में वन विभाग मौजा बांटने के अलावा कोई समर्थक पहल हाथियों को भगाने में नहीं कर पाया है जिसे लेकर आज की बैठक में वन विभाग के प्रति किसानों का रोष देखने को मिला किसानों ने कड़े शब्दों में मुआवजा नहीं बांटने बल्कि हाथियों को भगाने की मांग की है गौरतलब है कि वन विभाग हाथियों को खदेड़ने में भी नाकाम साबित हुई है जिसके चलते किसान खुद हाथियों को जान हथेली में लेकर खदेड़ने को मजबूर हैं किसानों ने जनप्रतिनिधि और वन विभाग के सामने 11 सूत्रीय मांगों को रखा जिसे लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलने की कवायद जल्द की जाएगी इसके बाद भी यदि कोई समर्थक उपाय नहीं मिलता तो पूरे छत्तीसगढ़ के हाथी प्रभावित किसान एकजुट होकर आंदोलन की रूपरेखा बनाएंगे किसानों की मांग को स्थानीय विधायक जायज बताते हुए उनके साथ रहने की बात कर रहे हैं तो हाथियों के ऊपर रिसर्च करने वाले जानकर हाथियों और मानव के बीच टकराव को रोकने के लिए जागरूकता लाने की बात कर रहे हैं।


Conclusion:बाइट 1 - राधेलाल सिन्हा अध्यक्ष हाथी भगाओ फसल बचाओ समिति पहचान सफेद शर्ट और शर्ट के सामने जेब में मोबाइल और नीले कलर का पेंन।

बाइट 2 - विनोद चंद्राकर विधायक महासमुंद पहचान क्रीम कलर का कुर्ता और क्रीम कलर का हाफ जैकेट।

बाइट 3 - ज्ञानेंद्र पांडे हाथी विशेषज्ञ पहचान नीले कलर का शर्ट।

हकीमुद्दीन नासिर रिपोर्टर ईटीवी भारत महासमुंद छत्तीसगढ़ मो. 9826555052
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