महासमुंद: शहर में बढ़ते आत्महत्या को लेकर जिला पंचायत सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में आत्महत्या को रोकने के लिए विशेष जानकारी दी गई.
इसी को लेकर जिला पंचायत सभागार में एक कार्यशाला का आयोजन किया गया था. जिसमें कलेक्टर ने अभियान के अंतर्गत सभी से सहयोग की अपील की. इस योजना में स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, समाज कल्याण विभाग को शामिल किया गया है.
जिले की जनसंख्या 10 लाख 32 हजार 754 है, जिनमें पुरुषों की संख्या 5 लाख 11 हजार 967 और महिलाओं की संख्या 5 लाख 20 हजार 787 है. बीते 3 वर्षों के आत्महत्या के आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2017 में 273, वर्ष 2018 में 298 और वर्ष 2019 में 1 जनवरी से 31 मई तक 121 लोगों ने आत्महत्या की है. इस प्रकार 3 वर्षों में 696 लोगों ने जहर, फांसी और आग लगाकर आत्महत्या की है.