महासमुंद: छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय आह्वान पर अगस्त क्रांति के तहत 17 अगस्त को तीसरे चरण में जिला कलेक्टर महासमुंद को 9 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. यह ज्ञापन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और शिक्षा सचिव के नाम पर दिया गया है. राज्य सरकार के किए गए वादों पर फिर से उनका ध्यान आकर्षण करने के उद्देश्य से सभी ब्लॉक के पदाधिकारी महासमुंद कलेक्टर पहुंचे. जहां डिप्टी कलेक्टर सीमा ठाकुर को ज्ञापन सौंपा और अपनी परेशानियों से अवगत कराया.
- 1 जुलाई 2020 को 8 साल पूरे करने वाले शिक्षक संवर्ग को पूर्व नियम और आदेश के मुताबिक ही संविलियन किया जाए.
- 1 जुलाई 2020 को 2 साल पूरे कर चुके शिक्षक संवर्ग को एक जुलाई 2020 से ही बजट घोषणा के मुताबिक संविलियन करते हुए एरियर्स वेतन का भुगतान नवंबर 2020 में किया जाए.
- वर्तमान में शिक्षक पंचायत नगरी निकाय संवर्ग के वेतन में अंतर है इसलिए 2 साल से अतिरिक्त सेवा अवधि के लिए वेटेज देते हुए वेतनमान निर्धारण का आदेश जारी किया जाए.
पढ़ें- SPECIAL: प्राइवेट स्कूल के शिक्षकों की हालत खस्ता, वेतन नहीं मिलने से लगातार बढ़ रही परेशानी
छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष नारायण चौधरी ने बताया कि छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के प्रांतीय आह्वान पर अगस्त क्रांति के तहत 17 अगस्त को तीसरे चरण में जिला कलेक्टर महासमुंद को 6 सूत्रीय और 3 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. जिलाध्यक्ष ने बताया कि इसका अंतिम चरण विकासखंडों में 27 अगस्त से 29 अगस्त तक होगा. इसमें प्रमुख जो मांगे हैं उसमें पदोन्नति, क्रमोन्नति, वेतन विसंगति और पुरानी पेंशन बहाली शामिल हैं. इसके साथ ही महंगाई भत्ता, जो कई दिनों से लंबित है उसे भी इन मांगों में शामिल किया गया है. इसके अलावा तीन सूत्रीय मांग में पूराने नियमों के मुताबिक जिन कर्मचारियों ने 8 साल पूरा किया है, उनका संविलियन भी किए जाने की मांग है.
उनका कहना है कि इसके अलावा जो वर्तमान सरकार की घोषणा के तहत दो साल पूरे करने वाले कर्मचारियों का जुलाई में संविलियन होने की बात हुई थी, अगर उनका नवंबर में संविलियन करने की बात कही गई है, तो वेटेज के साथ उनका संविलियन किया जाए.