महासमुंद: बागबाहरा ब्लॉक के कोमाखन गांव में लोगों की समस्या निवारण के लिए राजीव गांधी सेवा केंद्र बनाया गया था, लेकिन इस सरकारी भवन में अब निजी बैंक का संचालन किया जा रहा है. जिसपर कांग्रेस के जिलाध्यक्ष आलोक चंद्राकर ने जिला पंचायत सीईओ पर पद का दुरुपयोग कर सरकारी भवन को किराये पर देने का आरोप लगाया है.
जिला पंचायत CEO की मनमानी
बागबाहरा ब्लॉक के कोमाखन गांव में राजीव गांधी सेवा केंद्र बनाया गया था. लेकिन जिला पंचायत सीईओ ने सरकारी भवन को प्राइवेट बैंक कोटक महिंद्रा बैंक को दे दिया है. जिससे यहां के ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों का कहना है, गांव में राजीव गांधी सेवा केंद्र उनके लिए बनाया गया था, लेकिन अधिकारियों की मनमानी से उन्हें इसका कोई लाभ नहीं मिल रहा है.
राजीव गांधी सेवा केंद्र का दुरुपयोग
मामले में जब ETV भारत ने कांग्रेस जिलाध्यक्ष आलोक चंद्राकर से बात की तो उन्होंने कहा कि राजीव गांधी सेवा केंद्र का मतलब उस भवन के द्वारा गांव के लोगों की समस्याओं को दूर करना है. ग्रामीण वहां बैठकर अपनी समस्याओं पर चर्चा करते हैं, लेकिन यहां राजीव गांधी सेवा केंद्र का दुरुपयोग किया जा रहा है. जिला पंचायत सीईओ मनमानी करते हुए भवन को एक निजी बैंक को किराये पर दे दिया है.