महासमुंद : दीपावली के तीसरे दिन मनाया जाने वाला भाईदूज का त्योहार पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया गया. भाई-बहन के अटूट प्रेम को दर्शाने वाले इस त्योहार में सभी बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर मिठाई खिलाती हैं और अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं.
कार्तिक शुक्ल पक्ष के द्वितीय तिथि के दिन भाईदूज मनाया जाता है. कहा जाता है कि इस दिन यमराज की बहन यमुना ने अपने भाई का तिलक चंदन कर आवभगत किया था, जिससे प्रसन्न होकर यमराज ने यमुना से वरदान मांगने को कहा, जिस पर यमुना ने इस दिन किसी भी बहन के भाई को यमत्राशना न झेलनी पड़े ये वरदान मांगा था, जिसके बाद से इस दिन को भाईदूज के रूप में मनाया जाता है.
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जानकारों की मानें तो इस दिन कोई भी बहन अगर अपने भाई को तिलक करके उसकी लंबी उम्र की कामना करती है तो भाई की अकाल मृत्यु टल जाती है. इस चित्रगुप्त की पूजा भी की जाती है.