महासमुंदः पिथौरा पुलिस पर एक युवक को प्रताड़ित करने का आरोप लगा है. एक परिवार का आरोप है कि पुलिस ने उसके घर में घुसकर उसके परिवार के एक सदस्य को उठा ले गई है. परिजनों के मुताबिक पुलिस ने युवक पर अवैध शराब सप्लाई का झूठा केस बनाया है. परिवार वालों ने केस में एसपी और आईजी से इंसाफ की गुहार लगाई है.
केस पिथौरा थाना क्षेत्र के लाखागढ गांव का है. जहां निशिकांत के बेटे प्रकाश को 26 मार्च को पिथौरा पुलिस उठाकर थाने ले गई थी. इसके बाद पुलिस ने उसे अवैध शराब के केस में जेल भेज दी है.
एसपी को दिया आवेदन
प्रकाश के पिता ने एसपी और आईजी को आवेदन दिया है. जिसमें बताया है कि 26 फरवरी को निशिकांत और उसका बेटा प्रकाश अपने वेल्डिंग दुकान पर काम कर रहे थे. उसी समय 10-12 लोग उनके दुकान पर आए और दोनों के साथ मारपीट करने लगे. जिसकी शिकायत पिथौरा टीआई से करने गए तो टीआई ने उन्हें वहां से भगा दिया. इसके बाद उन्होंने शिकायत एसपी से की. जिसकी जांच अभी चल रही है.
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अवैध शराब के जुर्म में जेल
26 मार्च को पुलिस निशिकांत के दुकान पर जाती है. जहां उसके बेटे प्रकाश और एक अन्य को उठाकर थाने ले जाती है. अगली सुबह अवैध शराब के मामले में दोनों को जेल भेज देती है. इसी मामले को लेकर निशिकांत ने एसपी और आईजी से पिथौरा टीआई पर आरोप लगाया है. इंसाफ नहीं मिलने पर परिवार सहित इच्छा मृत्यु की बात कही है. फिलहाल पुलिस इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दे रही है.