महासमुंद: 1 मार्च से जिले में 'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान की शुरुआत हुई थी. जिसमें जिले के लोगों का च्वाइस सेंटर में निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जा रहा है. इस अभियान के तहत जिले में 12 लाख आयुष्मान कार्ड का लक्ष्य रखा गया है. अभियान के 30 दिन बीतने के बाद भी अब तक सिर्फ 3 लाख 45 हजार 685 लोगों का ही आयुष्मान कार्ड बन पाया है.
च्वाइस सेंटर्स में निःशुल्क बन रहे आयुष्मान कार्ड
जिले के सभी च्वाइस सेंटर्स में निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाया जाना है. जिसे संचालक को फायदा नहीं मिल रहा है. इसलिए सर्वर डाउन का बहाना बनाकर लोगों को वापस लौटा दिया जा रहा है. इसके चलते हितग्राही परेशान होकर सेंटर्स से खाली हाथ वापस लौट रहे हैं. हितग्राहियों को आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए भारी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है.
लक्ष्य से आधे आयुष्मान कार्ड भी नहीं बने
इस काम में तेजी लाने के लिए कलेक्टर डोमन सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए है. इस अभियान की अंतिम तिथि 31 मार्च थी, जिसे अब बढ़ाकर 30 अप्रैल कर दिया गया है. क्योंकि निर्धारित तिथि में जिले में लक्ष्य का आधा भी आयुष्मान कार्ड नहीं बन पाया है. CMHO ने बताया कि जिले के 658 रजिस्टर्ड च्वॉइस सेंटर के माध्यम से आयुष्मान कार्ड बनाने का काम किया जा रहा है. कुछ दिन सर्वर बहुत स्लो था. इसलिए सुबह 5 से 10 बजे तक व शाम को 6 से 10 बजे तक कैंप के माध्यम से काम किया जा रहा है.
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कलेक्टर ने काम में तेजी लाने के दिए निर्देश
जिले में 658 लोक सेवा केन्द्र पंजीकृत हैं. अभियान के तहत आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना के तहत पात्र परिवारों का लोक सेवा केन्द्रों व ग्रामों में शिविर आयोजित कर निःशुल्क पंजीयन किया जा रहा है. आपके द्वार आयुष्मान अभियान की समीक्षा कर कलेक्टर ने लोक सेवा केन्द्र के VLE को आयुष्मान कार्ड बायोमेट्रिक काम में गति लाने और जिन VLE की तरफ से आयुष्मान कार्ड ई-KYC का काम नहीं किया जा रहा है. ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. उन्होंने नगरीय निकायों के अध्यक्ष, पार्षदों, ग्रामीण क्षेत्रों के सरपंच व पंच के साथ अन्य जनप्रतिनिधियों को इस अभियान के फायदे बताकर कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करने के लिए कहा है.
'आपके द्वार आयुष्मान' अभियान की शुरुआत 1 फरवरी 2021 को हुई. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण और सुदूर इलाकों में रहने वाले गरीब परिवारों को इस योजना का लाभ बताने और उन्हें आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए प्रेरित करना है.