महासमुंदः मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आयोजित कार्यक्रम में कोविड-19 के नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. एक ओर कोरोना के बढ़ते आंकड़े शासन और आम लोगों के लिए मुसीबत बना हुआ है. वहीं दूसरी ओर इसका मजाक भी उड़ाया जा रहा है. 6 और 7 मार्च को महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से बिरकोनी मां चंडी के मंदिर में 65 जोड़े और बागबाहरा के खल्लारी मंदिर में 20 जोड़ों की शादी कराई गई.
ताक पर नियन-कानून
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह कराया जा रहा था. कार्यक्रम में कोविड-19 के नियमों की जमकर धज्जियां गई. विवाह कार्यक्रम में वर-वधू ,पंडित और उनके परिजन से लेकर महिला बाल विकास विभाग के दूसरे अधिकारी तक बिना मास्क लगाए नजर आए. कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया जा रहा था.
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नहीं रखा गया सैनिटाइजर
कार्यक्रम में कहीं भी सैनिटाइजर नहीं रखा गया था. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है. जब प्रशासन ही कोविड-19 के नियमों पालन नहीं करेगा तो आम लोग कैसे सुरक्षित रहेंगे. जब विधायक और संसदीय सचिव से पूछा गया तो उन्होंने भी इसकी जिम्मेदारी आम लोगों पर डाल दी. उन्होंने कहा कि मास्क बांटे गए हैं. आम लोगों को खुद जागरूक होना पड़ेगा.