कोरिया: जिले भरतपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ नर्स पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगे हैं. यहां एक महिला को टिटनेस के इंजेक्शन की जगह नर्स ने कोरोना वैक्सीन का तीसरा डोज लगा दिया. पीड़ित महिला को पहले ही कोरोना वैक्सीन के दो डोज लग चुके थे. उसे लोहे से चोट लग गई थी. जिसके बाद वह अस्पताल में टिटनेस का सुई लगवाने के लिए आई. लेकिन यहां स्टाफ नर्स ने लापरवाही बरतते हुए उसे कोरोना वैक्सीन की सुई लगा दी.
सुशीला ने बताया कि उसे घर में काम करने के दौरान चोट लग गई थी. जिसके कारण वो 3 अगस्त को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुई लेने के लिए गई हुई थी. वहां स्टाफ नर्स सभी दवाइयों के साथ बैठी थी. जब उसने नर्स को टिटनेस का इंजेक्शन लगाने को बोला तो नर्स ने लापरवाही पूर्वक उसे कोरोना का वैक्सीन लगा दिया.
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पीड़ित महिला को पहले से ही कोरोना वैक्सीन की दो डोज लग चुकी थी. अब तीसरा डोज लगने से वह घबरा गई है. उसे बेचैनी और घबराहट महसूस हो रही है. उसका कहना है कि अगर उसकी जान चली गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा. महिला ने आरोप लगाते हुए यह भी कहा है कि इस स्वास्थ्य केंद्र में गर्भवती महिलाएं और छोटे बच्चे टीका लगवाने के लिए आते हैं. ऐसे में अगर नर्स की तरफ से ऐसी लारवाही बरती जाएगी तो क्या होगा. यह तो सबके लिए जानलेवा साबित हो सकता है. वहीं इस मामले में जब ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव कुमार रमन से बात की गई तो उन्होंने स्टाफ नर्स का बचाव करते हुए कहा की महिला सुशीला शर्मा को गलतफहमी हो गई है. उसे टिटनेस का ही इंजेक्शन लगा है. अब वो ऐसा क्यों बोल रही है ये महिला ही बेहतर बता सकती है.